उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की सफल रणनीति की बदौलत पिछले दो हफ्ते में कोरोना के सक्रिय मामलों में एक लाख दस हजार से अधिक की कमी आयी है।
अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने शुक्रवार को बताया कि 30 अप्रैल से प्रदेश के कुल एक्टिव मामलों में 01 लाख 10 हजार से अधिक की कमी आई है। इसके साथ-साथ नये मामलों की संख्या में भी तेजी से कमी हो रही है। प्रदेश में प्रतिदिन कोविड टेस्ट 2.50 लाख से अधिक किये जा रहे हैं, इसे 03 लाख तक बढ़ाये जाने के निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं।
श्री सहगल ने बताया सर्विलान्स के साथ-साथ गाँवों में लोगों से सम्पर्क करते हुए कोविड लक्षणयुक्त लोगों की पहचान कर उनका कोविड टेस्ट तथा उन्हें मेडिकल किट प्रदान की जा रही है। निगरानी समितियों के द्वारा गाँव में रहने वाले लोगों से सम्पर्क कर कोविड लक्षणों की जानकारी ली जा रही है। कोविड लक्षण मिलने वाले लोगों का आरआरटी टीम द्वारा एन्टीजन कोविड टेस्ट किया जा रहा है।
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उन्होंने बताया कि गाँव में संक्रमणयुक्त लोगों को होम आइसोलेशन में रखने के लिए गाँव में ही पंचायत भवन/स्कूल/सरकारी इमारतों में आइसोलेट करके उनका उपचार किया जा रहा है। गांवों में चलाये जा रहे इस अनूठे अभियान की तारीफ विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा नीति आयोग द्वारा की गयी है।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड मरीजों के लिए आक्सीजन बेडों की संख्या बढ़ाई जा रही है। अप्रैल से अब तक लगभग 38,000 बेड बढ़ाये गये हैं, जिसमें अधिकतर बेड आक्सीजनयुक्त हैं। कल अस्पतालों में 923 मीट्रिक टन से अधिक आक्सीजन की सप्लाई की गयी है। 377 अस्पतालों में वातावरण से आक्सीजन बनाने के प्लाण्ट लगाने की प्रक्रिया चल रही है, जिसमें 15 अस्पतालों में आॅक्सीजन प्लाण्ट चालू हो गये हैं। आक्सीजन की सप्लाई की पूरी प्रक्रिया के लिए प्रदेश में बनाये गये साफ्टवेयर की तारीफ नीति आयोग द्वारा की गई है।
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उन्होने बताया कि प्रदेश में 18 से 44 वर्ष के आयु के साथ-साथ 45 वर्ष से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। वैक्सीनेशन के लिए प्रदेश सरकार द्वारा ग्लोबल टेण्डर जारी किया गया है। प्रदेश में नदियों में कुछ स्थानों पर शव बहाये जाने पर मुख्यमंत्री ने गृह विभाग को निर्देश दिया है कि प्रदेश में राज्य आपदा प्रबन्धन बल (एसडीआरएफ) तथा पी0ए0सी0 की जल पुलिस को प्रदेश की सभी नदियों में पेट्रोलिंग करते हुए लोगों को नदी में शव न बहाने के लिए प्रेरित करें। इसके लिये गृह विभाग, नगर विकास, ग्राम्य विकास तथा पर्यावरण की एक कमेटी बनायी गयी है, जो लोगों को कैसे जागरूक करना है इस पर कार्य करेगी।
श्री सहगल ने बताया कि आंशिक कोरोना कर्फ्यू के सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। आंशिक कोरोना कर्फ्यू में वैक्सीनेशन, औद्योगिक गतिविधियों, मेडिकल सम्बन्धी कार्य आदि आवश्यक अनिवार्य सेवाओं को यथावत जारी रखा गया है। इस दौरानशहरों और गांवों में विशेष सफाई एवं फाॅगिंग अभियान चलाया जा रहा है।
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अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि गुरूवार को कुल 2,63,118 सैम्पल की जांच की गयी है। जिलो ने 96,055 सैम्पल टेस्टिंग के लिए भेजे हैं। प्रदेश में कोविड-19 से ठीक होने का प्रतिशत 86.80 हो गया है।
उन्होंने बताया कि 18 से 44 वर्ष के आयु वाले लोगों का वैक्सीनेशन 17 मई से 18 जिलों से बढ़ाकर 23 जिलों में प्रारम्भ किया जायेगा जिनमे मिर्जापुर, बांदा, गोण्डा, आजमगढ़ तथा बस्ती हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि जिन लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली वो समय आने पर वैक्सीन की दूसरी डोज भी अवश्य लगवाये।