उत्तर प्रदेश के नागरिक उड्डयन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज मंत्री नन्द गोपाल ‘नंदी’ ने शुक्रवार को यहां कहा कि हज-2021 का एक्शन प्लान जारी कर दिया गया है, हज यात्रा के लिये सात नवम्बर से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के मद्देनजर हज आवेदन से हज सम्पन्न कराये जाने तक विशेष मानकों, नियमों, योग्यता मानदडों, आयु प्रतिबंधों एवं स्वास्थ्य से सम्बन्धित आवश्यकताओं एवं सऊदी अरब सरकार द्वारा जारी प्रोटोकाॅल का ध्यान रखा जायेगा।
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श्री नन्दी ने बताया कि हज-2021 के लिये ऑनलाइन आवेदन हज कमेटी आफ इण्डिया मुम्बई की वेबसाइट पर सात नवम्बर से शुरू हो जायेगा। आवेदन करने की अन्तिम तिथि 10 दिसम्बर निर्धारित की गयी है।
सेंट्रल हज कमेटी, भारत सरकार के पूर्व सदस्य डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने जानकारी देते हुए बताया, हज 2021 के लिए ऑनलाइन आवेदन भरने की प्रक्रिया 7 नवंबर से शुरू हो जाएगी और 10 दिसंबर तक चलेगी। लेकिन बदले हुए नियमों के चलते सिर्फ 18 से 65 साल के लोगों को ही हज पर जाने की इजाज़त होगी।
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हज 2021 में इस बार सऊदी अरब में 30 से 35 दिन के आसपास ही रुकने की इजाज़त मिलेगी। पूरे देश से इस बार 21 इम्बारकेशन केंद्रों को की बजाए 10 से ही हज यात्रियों की फ्लाइट रवाना होंगी। वाराणसी इम्बारकेशन केंद्र को भी खत्म कर दिया गया है। अब वाराणसी वालों को लखनऊ से फ्लाइट मिलेगी।
डॉ. जावेद ने क़हा क़ि अगर आवेदन फॉर्म कोटे से अधिक जमा हुए तो जनवरी 2021 में लॉटरी निकालकर हज ज़ायरीनों का चयन किया जाएगा। चयनित हज ज़ायरीनों को पहली किश्त अब 81,000 के बजाय एक लाख पचास हजा़र जमा करनी होगी। डॉ. जावेद ने यह भी बताया क़ि एक कवर में एक साथ तीन ज़ायरीन को ही फॉर्म भरने की अनुमति होगी। जो महिलाएं बिना मेहरम के हज को जाती हैं उनकी संख्या भी घटा कर तीन कर दी गई है।