यूपी में कोरोना संक्रमण समाप्त होने की ओर बढ़ रहा है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में सिर्फ 213 संक्रमित मिले हैं। वहीं, महोबा जिले में एक भी संक्रमित नहीं मिला है। इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुशी जताते हुए कहा है कि जनपद महोबा में आज एक भी संक्रमित मरीज नहीं है। अब तक कोरोना संक्रमित हुए सभी मरीज उपचारित होकर स्वस्थ हो चुके हैं।
इस उपलब्धि का श्रेय जनपद के जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्करों, निगरानी समितियों, स्थानीय प्रशासन सहित सभी जनपदवासियों को है। सभी को बधाई। उन्होंने कहा कि अभी भी संयम और जागरूकता का यह क्रम सतत बनाए रखने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि जनपद महोबा की यह उपलब्धि अन्य जनपदों के लिए प्रेरणास्पद है। अगले एक सप्ताह तक अगर जिले में संक्रमण का कोई नया केस नहीं मिलता है, तो जनपद को पुरस्कृत किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि जिले में एग्रेसिव टेस्टिंग जारी रखी जाए। टेस्ट में कोई कमी न हो।
योग रोग पर प्रहार है.. योग को एक संगीतमय नमन…, PM मोदी ने ट्वीट किया वीडियो
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लगातार नियोजित कोशिशों से विगत दिवस 18 जिलों में संक्रमण के नए मामले नहीं मिले, जबकि 52 जिलों में नए केस इकाई में आये हैं। प्रदेश की कोविड रिकवरी दर 98.5 फीसदी हो गई है, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.1% फीसदी है। प्रदेश में अब तक 5 करोड़ 54 लाख टेस्ट हो चुके हैं। वर्तमान में कुल 4,163 एक्टिव केस हैं, इनमें से 2,542 लोग होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में कोरोना से स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 16 लाख 78 हजार हो चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जहां कोविड संक्रमण नियंत्रित हो रहा है वहीं, अनेक राज्यों में कोविड संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में प्रदेशवासियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। रेलवे स्टेशन, बस, वायुमार्ग से प्रदेश में आने वाले लोगों की जांच कराई जाए। इन स्थानों पर एंटीजन टेस्ट के लिए विशेष प्रबंध किए जाएं। प्रदेश को कोविड से सुरक्षित रखने के लिए हर जरूरी कदम उठाने के लिए सरकार संकल्पित है। सभी लोग कोविड विहैवियर का पालन करें। पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाये जाने की आवश्यकता है।
बर्फीली पहाड़ियों पर योग के सहारे ही दुश्मन के खिलाफ मोर्चा संभाले हैं भारतीय जवान
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि साप्ताहिक बंदी की अवधि में धर्मस्थल खुले रहें। एक समय में 5 श्रद्धालुओं की उपस्थिति हो सकती है। औद्योगिक इकाइयों को भी संचालित रखा जाए। श्रमिकों-कार्मिकों को आवागमन की छूट है। पुलिस बल का व्यवहार संवेदनशील होना चाहिए। कहीं भी अनावश्यक भीड़-भाड़ न हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने कहा कि बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से घर-घर मेडिकल किट वितरण का विशेष अभियान शुरू हो गया है। 27 जून से दवाएं घर-घर वितरित की जाएंगी। जिलों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से निगरानी समितियों को दवाइयों का पैकेट दिलाया जाए। लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति जागरूक करें। अभियान के सुचारू क्रियान्वयन के लिए सतत मॉनीटरिंग की जाए।