इस्लामाबाद। पाकिस्तान (Pakistan Violence) में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) और पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की गिरफ्तारी के बाद हालात सामान्य नहीं हो पा रहे हैं। राजधानी इस्लामाबाद सहित तीन राज्यों में सेना तैनात किये जाने के बावजूद पीटीआई के कार्यकर्ता देश में हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने सार्वजनिक संपत्तियों के अलावा निजी संपत्तियों को भी निशाना बनाया है। पेशावर में ‘रेडियो पाकिस्तान’ की इमारत को आग के हवाले कर दिया गया है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री व पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान की नौ मई को गिरफ्तारी के बाद से लगातार पूरे देश में हिंसा का माहौल बना हुआ है। इमरान को तो आठ दिन के लिए भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी की रिमांड पर भेज दिया गया है, किन्तु पाकिस्तान भर में विरोध प्रदर्शनों का दौर नहीं थमा है। हिंसक प्रदर्शनों में कम से कम आठ लोगों की मौत हो चुकी है।
हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि देश की राजधानी इस्लामाबाद के अलावा तीन अन्य प्रांतों में सेना तैनात कर दी गयी है। साथ ही अब पीटीआई नेताओं पर भी कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो गया है। इसकी शुरुआत पूर्व विदेश मंत्री और इमरान खान के करीबी सहयोगी माने जाने वाले शाह महमूद कुरैशी से हुई है। पुलिस ने शाह महमूद कुरैशी को गिरफ्तार कर लिया है। पाकिस्तान की सेना ने हिंसक घटनाओं को देश के इतिहास का काला अध्याय करार दिया है।
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पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने बयान जारी कर इस हिंसा के पीछे पीटीआई के कुछ नापाक नेताओं के आदेश, निर्देश और पूरी प्लानिंग को जिम्मेदार बताया है। साथ ही कहा कि हिंसा व उपद्रव करने वालों को मदद करने, योजना बनाने और राजनीतिक उकसावे में शामिल लोगों की पहचान कर ली गई है और उनके खिलाफ कानून के मुताबिक सख्त कार्रवाई की जाएगी। आईएसपीआर ने चेतावनी दी कि सैन्य और राज्य के प्रतिष्ठानों पर किसी और हमले की स्थिति में मजबूत और निर्णायक कार्रवाई की जाएगी।