नई दिल्ली। संसद (Parliament) का शीतकालीन सत्र अपने तय समय से पहले ही खत्म कर दिया गया है। लोकसभा (Loksabha) और राज्य सभा (Rajya Sabha) की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गईं हैं। लोक सभा में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हुए कामकाज की जानकारी देते हुए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि इस सदन में शीतकालीन सत्र के दौरान कुल 13 बैठकें हुईं, जो 68 घंटे 42 मिनट तक चलीं। वहीं सदन में चालू सत्र की कार्य उत्पादकता 97 प्रतिशत रही। इस सत्र में लोकसभा में9 सरकारी विधेयक पुरःस्थापित किए गए और कुल मिलाकर 7 विधेयक पारित हुए।
लोकसभा में इस दौरान तमाम दलों के सांसदों ने लोक महत्व के 374 मामले उठाए। वहीं, 20 और 21 दिसंबर को सदन की ओर से देश में मादक द्रव्यों के बढ़ते उपयोग की समस्या के महत्वपूर्ण विषय पर नियम 193 के अंतर्गत अल्पकालिक चर्चा हुई। इस चर्चा में सदन के 51 सदस्यों ने भाग लिया। साथ ही ये चर्चा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उत्तर के साथ खत्म हुई।
1811 पत्रों को सभा पटल पर रखा गया
लोक सभा अध्यक्ष ने बताया कि सत्र के दौरान सरकार के मंत्रियों द्वारा 43 वक्तव्य दिए गए, 1811 पत्रों को सभा पटल पर रखा गया। उन्होंने सदन की कार्यवाही में सहयोग करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संसदीय कार्य मंत्री और सभी दलों के नेताओं के प्रति आभार भी व्यक्त किया।
तय समय से पहले स्थगित हुआ सत्र
बता दें कि पहले संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही सात दिसंबर से शुरू होकर 29 दिसंबर तक के लिए प्रस्तावित थीं, लेकिन माना जा रहा है कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सदनों को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया है।
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इससे पहले आज छपरा जहरीली शराब कांड में मारे गए पीड़ितों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग को लेकर बिहार बीजेपी के सांसदों ने संसद में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया।