नई दिल्ली। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस (Congress) के निराशाजनक प्रदर्शन पर कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की रविवार को दिल्ली में बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने की। जानकारी के मुताबिक बैठक में फैसला लिया गया कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में ही पार्टी आगे बढ़ेगी। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि सबने एक साथ सोनिया गांधी के नेतृत्व में ही पार्टी को आगे बढ़ने पर हामी भरी है। इसके अलावा कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा कि हम सभी को सोनिया गांधी के नेतृत्व पर भरोसा है।
हालांकि बैठक के बाद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी का हर कार्यकर्ता चाहता है कि राहुल गांधी उनका नेतृत्व करें। लेकिन कांग्रेस का अध्यक्ष 20 अगस्त को होने वाले पार्टी के अगले चुनाव में चुना जाएगा।
बेनतीजा रही CWC की बैठक, पार्टी की अन्तरिम अध्यक्ष बनी रहेंगी सोनिया गांधी
CWC की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि गांधी परिवार की वजह से पार्टी कमजोर हो रही है। अगर आप लोगों को ऐसा लगता है तो हम किसी भी प्रकार का त्याग करने के लिए तैयार हैं। सूत्रों के मुताबिक बैठक में सोनिया गांधी ने इस्तीफे की पेशकश भी की।
उन्होंने कहा कि हमारा पहला मक़सद कांग्रेस को मजबूत करना है। इसी कड़ी में कांग्रेस अप्रैल में चिंतन शिविर का आयोजन करने जा रही है। वहीं हरीश चौधरी ने पंजाब हार की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि मैं पंजाब के नतीजों की जिम्मेदारी लेता हूं। हम नई रणनीति के साथ फिर लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी, बीजेपी की बी टीम है।
कपिल सिब्बल ने पार्टी पर उठाया सवाल, जल्द बुलाई जाए CWC की बैठक
बता दें कि कांग्रेस में बदलाव को लेकर तेजी से मांग उठने लगी है। इसी सिलसिले में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार भी कहा कि राहुल गांधी को तुरंत पूर्णकालिक भूमिका में कांग्रेस अध्यक्ष पद ग्रहण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे करोड़ों कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की यही कामना है। इससे पहले कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जी-23 के सदस्यों द्वारा दो साल पहले लिखे एक पत्र साझा कर कहा है कि पत्र में सभी सदस्यों ने संगठन बदलाव की मांग की थी ताकि चीजें बेहतर हों, लेकिन तब से ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है।