राजस्थान में पटवारी भर्ती के लिए अलग-अलग चरणों में परीक्षा का दौर शनिवार से शुरू हो गया। परीक्षा शनिवार और रविवार को दो-दो चरणों में हो रही है। इस बार प्रश्न पत्रों की गोपनीयता और नकल पर नियंत्रण के लिहाज से राज्य के अधिकतर जिलों में नेट बंद कर दिया गया है।
खासतौर से करवाचौथ के पर्व को देखते हुए शनिवार को ज्यादातर महिला अभ्यर्थियों को परीक्षा का दिन आवंटित किया गया है। कुल पांच हजार, 379 पदों के लिए 15 लाख, 62 हजार 995 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इनमें पांच लाख, 02 हजार, 307 महिलाएं हैं।
शनिवार सुबह 8.30 बजे से पहली पारी की परीक्षा शुरू हुई। इसके लिए अभ्यर्थी सात बजे से ही परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचना शुरू हो गए। दोपहर बाद वाली पारी के लिए भी कई अभ्यर्थी सुबह-सुबह रेलवे स्टेशन एवं बस अड्डों पर नजर आए।
इस बीच, जयपुर सहित कई जिलों में इंटरनेट पर पाबंदी रखी गई है। इन जिलों में सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक दोनों दिन इंटरनेट बंद रखा गया है। फिलहाल उदयपुर में इस बार शनिवार को इंटरनेट की बंदी नहीं की गई है। जरूरत होने पर प्रशासन रविवार के दिन की नेटबंदी के लिए आदेश निकाल सकता है। उदयपुर में दोनों दिन करीब 64-64 हजार परीक्षार्थी बैठ रहे हैं। ये रीट से कम हैं।
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इधर, यह जानकारी सामने आई है कि पिछली भर्ती परीक्षाओं के कड़वे अनुभवों को देखते हुए इस बार कहीं-कहीं अभ्यर्थियों के चप्पलों की भी जांच की गई। हालांकि, परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी भी यही कहते नजर आए कि पिछली परीक्षाओं के मामलों को देखते हुए वे स्वयं भी इस तरह की जांच के अनुमान लगा चुके थे। अभ्यर्थियों ने कहा कि परीक्षाओं के बाद छोटी-छोटी बातों से नियुक्तियां अटक जाती हैं, जिसका नुकसान बेरोजगार युवाओं को होता है। कुछ की खता सभी के लिए सजा बन जाती है। इसलिए पहले ही सावधानी बरत लेना ठीक ही है।