• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

इस देश में मुर्दों के साथ रहना पसंद करते हैं लोग, मौत का मानते है जश्न

Writer D by Writer D
23/07/2021
in Main Slider, अंतर्राष्ट्रीय, ख़ास खबर, फैशन/शैली
0
celebration death

celebration death

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

दुनिया में कोई ऐसी जगह है जहां लोग अपने पूर्वजों के शव के साथ रहते हों? दुनिया में एक ऐसा देश है, जहां लोग अपने परिवार के सदस्य की मौत के बाद उन्हें कभी दफनाते नहीं है. मुर्दे को ममी के रूप में तब्दील कर उसे घर पर ही रखते हैं. इंडोनेशिया में ऐसा होता है.

मुर्दों को अपने साथ रखने की परंपरा में इंडोनेशिया के तोराजन समुदाय में पाई जाती है. इस समुदाय में डेड हार्वेस्ट फेस्टिवल मनाया जा है. इस दिन ये लोग मुर्दों को बॉक्स से बाहर निकालते हैं और नहला धुल कर फिर से नए कपड़े पहनाते हैं. फिर मरे शख्स को जो भी खाना पसंद था. वही बनाया जाता है.

 ,[object Object],मुर्दों को अपने साथ रखने की परंपरा में इंडोनेशिया के तोराजन समुदाय में पाई जाती है. इस समुदाय में डेड हार्वेस्ट फेस्टिवल मनाया जा है. इस दिन ये लोग मुर्दों को बॉक्स से बाहर निकालते हैं और नहला धुल कर फिर से नए कपड़े पहनाते हैं. फिर मरे शख्स को जो भी खाना पसंद था. वही बनाया जाता है.

जिस दिन लोग मुर्दों को बाहर निकालते हैं और उन्हें सजाते हैं उस दिन अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को भी बुलाते हैं. इस मौके पर लोगों के घरों में जश्न का माहौल रहता है. इन दिनों इंडोनेशिया के कुछ गांवों में यह त्यौहार मनाया जा रहा है.

 ,[object Object],जिस दिन लोग मुर्दों को बाहर निकालते हैं और उन्हें सजाते हैं उस दिन अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को भी बुलाते हैं. इस मौके पर लोगों के घरों में जश्न का माहौल रहता है. इन दिनों इंडोनेशिया के कुछ गांवों में यह त्यौहार मनाया जा रहा है.

इंडोनेशिया के दक्षिण सुलावेसी इलाके के कुछ गांवों में ये फेस्टिवल मनाया जाता है. ऐसा इसलिए लिए करते हैं तो अपने घर वालों से बहुत ज्यादा लगाव महसूस करते हैं. इसलिए उन्हें हमेशा के लिए दफनाने से पहले कई साल तक अपने साथ रखते हैं.

राज कुंद्रा के घर पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम, शिल्पा शेट्टी से भी हो सकती है पूछताछ

इंडोनेशिया के टोराजन संप्रदाय के लोग मानते हैं कि मौत जीवन का अंत नहीं है और जो मर गया वो भी जिंदा है. ये लोग न सिर्फ मुर्दों को साथ रखते हैं, बल्कि उन्हें खाना भी देते हैं.

 ,[object Object],इंडोनेशिया के टोराजन संप्रदाय के लोग मानते हैं कि मौत जीवन का अंत नहीं है और जो मर गया वो भी जिंदा है. ये लोग न सिर्फ मुर्दों को साथ रखते हैं, बल्कि उन्हें खाना भी देते हैं.

 

इस संप्रदाय में जब किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसे दफनाने की जगह एक भैंस की बलि दी जाती है. भैंस की बलि और उत्सव के बाद मृत शरीर को घर ले जाया जाता है. इसके बाद उसे अनाजघर और बाद में श्मशान ले जाते हैं.

फिर मुर्दे को वापस घर ले आते हैं. उनके लिए एक कमरा खाली कर दिया जाता है. जिसमें जरूरत का हर सामान, कपड़े और पसंद की चीजें रखी जाती हैं.

मृत शरीर को कई वर्षों तक सुरक्षित रखने के लिए उसके शरीर को फॉर्मल्डहाइड और पानी के घोल से परिरक्षित करते हैं. बाद में इस मुर्दे को परिवार में शामिल कर दिया जाता है.

 ,[object Object],ये परंपरा हर साल अगस्त में निभाई जाती है. इसे शवों की सफाई का कार्यक्रम माना जाता है. परंपरा के दौरान बाहर से आए लोगों को मुर्दों से मिलने भी दिया जाता है.festival

यहां मौत को लोग एक उत्सव की तरह मनाते हैं. टूटे हुई ताबूत की मरम्मत कराई जाती है या फिर उसे बदल दिया जाता है. इसके बाद अपने परिजनों के शव को तय रास्ते से पूरे गांव में टहलाते हैं. गांव की इस परंपरा को ‘माइनेने’ कहा जाता है.

ये परंपरा हर साल अगस्त में निभाई जाती है. इसे शवों की सफाई का कार्यक्रम माना जाता है. परंपरा के दौरान बाहर से आए लोगों को मुर्दों से मिलने भी दिया जाता है.

Tags: # world newscelebration deathinternational News
Previous Post

नवजोत सिद्धू ने संभाली पंजाब कांग्रेस की कमान, साथ में 4 नए कार्यकारी अध्यक्ष ने भी पदभार संभाला

Next Post

कांग्रेस की नई टीम को कैप्टन का आशीर्वाद, बोले- ‘पंजाब ही नहीं पूरे देश के बारे में सोचना है, हम पर दोहरी जिम्मेदारी’

Writer D

Writer D

Related Posts

Diwali
Main Slider

दिवाली के दिन भूलकर भी किसी को न दें ये चीजें, वरना रूठ जाएंगी मां लक्ष्मी

20/10/2025
Walnut Scrub
फैशन/शैली

दिवाली पर फेस पर आएगा नेचुरल निखार, करें इसका इस्तेमाल

20/10/2025
Cotton Wick
Main Slider

घर पर ही बनाएं बाजार जैसी रूई की बाती, ट्राई करें ये स्मार्ट तरीका

20/10/2025
Makeup
ख़ास खबर

इस तरह से करें मेकअप, दिवाली पर मिलेगा बेहद खूबसूरत लुक

20/10/2025
Momos
खाना-खजाना

दिवाली पार्टी के लिए तैयार करना है स्टार्टर, इस डिश के साथ से बन जाएगी बात

20/10/2025
Next Post

कांग्रेस की नई टीम को कैप्टन का आशीर्वाद, बोले- ‘पंजाब ही नहीं पूरे देश के बारे में सोचना है, हम पर दोहरी जिम्मेदारी’

यह भी पढ़ें

Road Accident

नौटंकी देख रहे मजदूरों को ट्रक ने रौंदा, दो की मौत

20/09/2022
agra

आगरा की 2 केमिकल फेक्टरी में लगी आग, हाइवे पर ट्रेफिक रोक मांगी सेना की मदद

07/09/2020
Mayawati

मायावती का बड़ा ऐलान- यूपी में अकेले लड़ेगी विधानसभा चुनाव बीएसपी

15/03/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version