बिहार जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने आज कहा कि कोरोना महामारी जैसी विषम परिस्थिति में भी मतदाताओं के अभूतपूर्व उत्साह, खासकर महिलाओं और निचले तबके के वोटरों की शानदार सहभागिता के लिए भी यह चुनाव लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
श्री सिंह ने बिहार में शनिवार को तीसरे एवं अंतिम चरण के मतदान के बाद राज्य की जनता को बधाई दी और कहा कि राज्य के मतदाताओं ने कोरोना के बावजूद जिस तरह बढ़-चढ़कर लोकतंत्र के महायज्ञ में आहुति दी है, उससे बिहार के गौरव में और वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों में चुनाव के सफल और शांतिपूर्ण संचालन के लिए चुनाव आयोग की भी जितनी प्रशंसा की जाय वह कम होगी।
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जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लोकतंत्र के इतिहास में बिहार का यह चुनाव कई मायनों में अनूठा रहा। बिहार के मतदाताओं के अभूतपूर्व उत्साह, खासकर महिलाओं और निचले तबके के मतदाताओं की शानदार सहभागिता के लिए भी यह चुनाव लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि तीनों चरणों में बूथों पर महिलाओं की लंबी कतार देखने को मिली और समाज के दबे-कुचले माने जाने वाले तबके ने पूरी मुस्तैदी से अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इससे साबित होता है कि पिछले 15 वर्ष में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में उनके उत्थान के लिए जो युगांतरकारी कार्य हुए हैं, वही इस चुनाव में निर्णायक साबित होंगे।
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श्री सिंह ने कहा, “तीसरे चरण की सभी 78 सीटों पर फीडबैक लेने के बाद मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि बिहार की जनता ने दिल खोलकर श्री नीतीश कुमार को आशीर्वाद दिया है और उन्हें अपने ‘निश्चय’ पर अमल करने के लिए अपने वोट की ताकत दी है।” उन्होंने कहा कि बिहार के लिए श्री कुमार के योगदान की लकीर इतनी लंबी है कि उसे पार करना किसी के बूते में नहीं। 10 नवंबर को आने वाला चुनाव परिणाम साबित कर देगा कि बिहार की जनता जात-पात की संकीर्ण राजनीति से ऊपर उठकर विकास के एजेंडे पर चलना जान गई है।