भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार विधानसभा चुनाव में एक बार फिर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनने जबकि विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और वामपंथी दलों के घोर हताशा में पहुंच जाने का दावा करते हुए कहा कि अंतिम चरण के मतदान के बाद ‘लालटेन’ बुझ गई, ‘हाथ’ लटक गया और ‘लाल झंडे’ उखड़ गए हैं।
बिहार भाजपा के अध्यक्ष एवं सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने शनिवार को यहां कहा कि तीसरे और अंतिम चरण के मतदान के बाद विपक्षी दलों में घोर निराशा और घनघोर हताशा है। बिहार की जनता ने तीसरे चरण के मतदान में अपना अंतिम फैसला सुना दिया है। उन्होंने दावा किया कि बिहार में फिर राजग की सरकार ही बन रही है। विपक्षी दलों को राज्य के लोगों ने एक बार फिर नकार दिया है।
बिहार चुनाव एग्जिट पोल्स : जानें एनडीए या महागठबंधन में किसकी बनेगी सरकार?
डॉ. जायसवाल ने कहा कि अंतिम चरण के मतदान के बाद ‘लालटेन’ (राजद का चुनाव चिन्ह) बुझ गई है, ‘हाथ’ (कांग्रेस का चुनाव चिन्ह) लटक गया है और ‘लाल झंडा’ (वामदलों का प्रतीक) उखड़ गया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों की कोई भी चालबाजी काम नहीं आयी। वादे और दावे सभी फेल हो गए। विपक्षी दल के नेताओं को पहले अपनी विश्वसनीयता साबित करनी होगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जंगलराज स्थापित करने की मानसिकता से विपक्षी दल उबर नहीं पाए। यही वजह है कि विपक्षी दलों ने इस चुनाव में भी उन्हीं लोगों को टिकट बेचा, जिसने 15 साल पहले राज्य में आतंक का राज कायम किया था। लेकिन, बिहार की जनता जागरूक है।
लालू यादव का मानसिक तनाव से तबीयत बिगड़ी, हो सकती है डायलिसिस
डॉ. जायसवाल ने कहा कि ‘काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती।’ इस चुनावी अखाड़े में विपक्ष को ऐसी पटखनी मिली है कि चारो खाने चित है। होश संभालने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि बिहार के लोगों ने एक बार फिर ‘विनाश’ को नकार कर ‘विकास’ को चुना है। ‘बदहाली’ को नकार कर ‘खुशहाली’ को चुना है। ‘कुशासन’ को धकेल कर ‘सुशासन’ को चुना है। यही बिहार की खासियत है।