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मोदी-योगी की जोड़ी जनता अभी बनाए रखना चाहती है : डॉ. सतीश द्विवेदी

Dr. Satish Chandra Dwivedi

Dr. Satish Chandra Dwivedi

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की जोड़ी जनता अभी बनाए रखना चाहती है। हम एक बार फिर प्रचंड बहुमत से प्रदेश में सरकार बनाएगी। यह कहना है बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी का। अखिलेश के जिन्ना वाले बयान पर उन्होंने कहा कि विनाश काले विपरीत बुद्धि। वह यहां युवोत्थान कार्यक्रम में युवाओं से रु-ब-रु होने दीनदयाल सभागार में आए थे।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि कानून वापस लेने के जबाब में कहा कि प्रधानमंत्री ने लोकतांत्रिक मर्यादा की उस ऊंचाई को निर्धारित किया है जो किसी भी प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के लिए दुर्लभ होती है। उन्होंने जो कहा है उसके बाद किसी स्पष्टीकरण की आवश्यकता नहीं है। उस कानून को पारित कर वह देश की कृषि को आगे ले जाने और किसानों की आमदनी बढ़ाने का सोचा गया था।

बिचौलिए जो उनका हिस्सा ले जाते थे वह सीधा किसानों के पास पहुंचे इसके लिए यह लागू किए गए थे। लेकिन सरकार इसे स्पष्ट रूप से किसानों तक पहुंचा नहीं पाई और किसानों की असहमति को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री ने इन कानूनों को वापस लिया। देश में अभिव्यक्ति की आजादी है। किसी भी मुद्दे पर कोई भी स्वतंत्र रूप से अपनी बात रख सकता है। देश के अधिकांश प्रदेशों में कोई आंदोलन नहीं था। उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर यह आंदोलन चल रहा था। समाज के अलग-अलग वर्गों ने प्रतिक्रिया की लेकिन प्रधानमंत्री जी ने जिस प्रकार से कृषि बिल के ऊपर अपना फैसला सुनाया है उस पर किसी प्रकार के स्पष्टीकरण की जरूरत नहीं है।

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उन्होंने एक सवाल के जबाब में कहा कि भारतीय जनता पार्टी कभी चुनाव के आधार पर निर्णय नहीं लेती है। कृषि कानून आने के बाद कई प्रदेशों के चुनाव हुए। खासकर उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन बॉर्डर पर था लेकिन 75 जिलों में से 68 जिलों में भारतीय जनता पार्टी के जिला पंचायत अध्यक्ष बने। चुनाव के नजरिये से इसे बिल्कुल नहीं देखना चाहिए। हमारे प्रधानमंत्री हमेशा साहसिक निर्णयों के लिए जाने जाते हैं। उत्तर प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में सबसे बड़ा गठबंधन 2019 के चुनाव में हो चुका है। इसको महागठबंधन नाम दिया था।

भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन करके कई दलों के लोग विधायक बन गए वरना कभी विधायक न बन पाते। यूपी के दो बड़े दल है सपा व बसपा। दोनों ने मिलकर चुनाव लड़ा था 2019 में और भाजपा उन्हें बुरी तरह से शिकस्त दे चुकी है। भानुमति का कुनबा जोड़ा जा रहा है। इन से एक बार फिर भाजपा टक्कर लेते हुए इन से अधिक मत प्राप्त करके जीत हासिल करेगी। भाजपा लोगों की मूलभूत आवश्यकताओं के मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ेगी। इसमें रोजगार, सड़क, कोबिड प्रबंधन, वैक्सीनेशन व गांव-गांव तक खाद्यान्न की व्यवस्था आदि ऐसे मुद्दे हैं जिनको लेकर भाजपा चुनाव लड़ेगी और प्रचंड बहुमत पाकर एक बार फिर विजई होगी।

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