वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे लाफिंग बुद्धा (Laughing Buddha) के बारे में। लाफिंग बुद्धा की मूर्ति सम्पन्नता की प्रतीक मानी जाती है। समझा जाता है कि लाफिंग बुद्धा की मूर्ति लगाने से घर में सफलता और सम्पन्नता आती है। वास्तव में हंसते हुए बुद्धा की यह मूर्ति अपने हास्य पूर्ण रूप से घर में खुशियों की वाइब्रेशन उत्पन्न करती है। मुस्कुराना संक्रामक है। हंसी भी लगभग संक्रामक है। किसी भी हंसते हुए व्यक्ति को देखकर हमारे दांत मुंह से बाहर आने के लिये आतुर हो जाते हैं।
लाफिंग बुद्धा (Laughing Buddha) भी ऐसा ही एक सुविचारित प्रतीक है। हंसती हुई मूर्ति को देखकर भी मनुष्य प्रसन्नचित हो जाता है, इसीलिए इसको घर के मुख्य द्वार के सामने लगाने का विधान किया गया है ताकि घर में हर व्यक्ति हंसते हुए प्रवेश करें। जिस घर के निवासी प्रसन्नचित रहते हैं वहां आर्थिक सम्पन्नता खुद ही खींची चली आती है।
बिजनेस में तरक्की पाने के लिए अपनी इनकम बढ़ाने के लिए लाफिंग बुद्धा की हाथ में थैली लिए हुए मूर्ति रखनी चाहिए। यह मूर्ति आपको अपने ऑफिस या अपने कैबिन के मेन गेट के पास इस तरह रखनी चाहिए कि आते-जाते लोगों की उस पर नजर पड़े।
एक बात और कि वह थैली खाली नहीं होनी चाहिए, उसमें से सामान बाहर की तरफ निकलता हुआ नजर आना चाहिए। वहीं अगर आप नौकरी-पेशा हैं तो आपको अपने ऑफिस की वर्किंग टेबल पर नाव पर बैठे हुए लाफिंग बुद्धा रखने चाहिए। इससे तरक्की के रास्ते अपने आप खुलते नजर आएंगे।