जम्मू-कश्मीर पुलिस और भारतीय सेना ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया है। पाकिस्तानी आतंकी पुंछ के मंदिर में ग्रेनेड से हमला करके दंगा भड़काने की साजिश को अंजाम देना चाहते थे। पुलिस और सेना ने संयुक्त कार्रवाई में इस साजिश को नाकाम करते हुए आतंकियों के चार मददगारों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 6 ग्रेनेड, पाकिस्तानी झंडे और ग्रेनेड फेंकने की ट्रेनिंग का वीडियो समेत अन्य चीजें बरामद की गई हैं।
बताया गया है कि ये सभी 4 आतंकी पाकिस्तान में बैठे अपने हैंडलर के संपर्क में थे। पुलिस ने पहले बालाकोट सेक्टर में दो आतंकी गिरफ्तार किए थे। फिर उनसे पूछताछ में दो अन्य आतंकियों का सुराग लगा था। इसके बाद दो और मददगारों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें दो सगे भाई भी शामिल हैं जो पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में थे और पुंछ में एक बडे़ मंदिर पर हमला करने की फिराक में थे।
पुंछ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रमेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि गिरफ्तार किये गये ये लोग जिले में शांति एवं सामुदायिक सद्भाव भंग करने के इरादे से पाकिस्तानी आका के इशारे पर एक मंदिर पर ग्रेनेड हमला करने की साजिश रच रहे थे।
असम जा रहे कंटेनर में अचानक लगी आग, बाल-बाल बचा चालक
उन्होंने बताया कि साजिश का पता तब लगा जब शनिवार रात करीब आठ बजे मेंढर सेक्टर में बसूनी के पास वाहन तलाशी के दौरान स्थानीय पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने 49 राष्ट्रीय राइफल के जवानों के साथ मिलकर दो भाइयों मुस्तफा इकबाल और मुर्तजा इकबाल को हिरासत में लिया। दोनों गलहुटा गांव के रहने वाले हैं।
अधिकारी ने कहा कि बसूनी में 49 राष्ट्रीय राइफल के बटालियन मुख्यालय में उनसे पूछताछ की गयी और पूछताछ में पाया गया कि मुस्तफा को एक पाकिस्तानी नंबर से कॉल आया था तथा उसे ग्रेनेड हमला करने का निर्देश दिया गया था। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने कबूल किया कि उसे अरी गांव में एक मंदिर पर ग्रेनेड फेंकने का काम सौंपा गया है। उसके मोबाइल में एक वीडियो मिला जिसमें बताया गया है कि ग्रेनेड का इस्तेमाल कैसे करना है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह भी सामने आया कि मुस्तफा आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त था और उसके कबूलनामे के आधार पर नियंत्रण रेखा के समीप बालाकोटे के डब्बी गांव से उसके दो साथियों मोहम्मद यासीन और रईस अहमद को भी पकड़ा गया।