• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

PM मोदी को रबी और खरीफ में फर्क नहीं पता, किसान का क्या भला करेंगे : सुरजेवाला

Desk by Desk
22/09/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, नई दिल्ली, राजनीति, राष्ट्रीय
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

केंद्र की मोदी सरकार ने जहां कृषि से संबंधित बिल राज्यसभा में पास करवा लिए हैं तो वहीं रबी की फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में भी इजाफा कर दिया है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस साल रबी पर किसानों को 1 लाख 13 हजार करोड़ रुपये एमएसपी पर दिया गया है। हालांकि रबी की फसलों को लेकर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है।

दरअसल, बिहार में नौ राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास करते हुए पीएम मोदी ने गेहूं, धान, दलहन और तिलहन को रबी की फसल बताया। इस पर कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने धान का रबी की फसल के रूप में उल्लेख किया है। पीएम नहीं जानते हैं कि यह खरीफ की फसल है।

EPFO के 6 करोड़ से अधिक लोगों को ब्याज को दो किस्तों में देने का किया फैसला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ‘इस साल कोरोना संक्रमण के दौरान भी रबी सीजन में किसानों से गेहूं की रिकॉर्ड खरीद की गई है। इस साल रबी में गेहूं, धान, दलहन और तिलहन को मिलाकर किसानों को 1 लाख 13 हजार करोड़ रुपये एमएसपी पर दिया गया है। ये राशि भी पिछले साल के मुकाबले 30 प्रतिशत से ज्यादा है।’

देश की त्रासदी यही है !

जब देश के प्रधान मंत्री को ही ये पता नही कि धान (चावल) ख़रीफ़ फसल है, रबी नही।

जब प्रधान मंत्री को ही ये पता नही कि अरहर (दलहन) ख़रीफ़ फसल है, रबी नही।

किसान का भला आप क्या ख़ाक करेंगे?

इसीलिए तो-
नीम हकीम, ख़तराए जान !#KisanVirodhiNarendraModi pic.twitter.com/Kbvg2rRkPd

— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 21, 2020

सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘देश की त्रासदी यही है! जब देश के प्रधानमंत्री को ही ये पता नहीं कि धान (चावल) खरीफ फसल है, रबी नहीं। जब प्रधानमंत्री को ही ये पता नहीं कि अरहर (दलहन) खरीफ फसल है, रबी नहीं। किसान का भला आप क्या खाक करेंगे? इसीलिए तो- नीम हकीम, खतराए जान!’ रणदीप सिंह सुरजेवाला का कहना है कि जिस देश के प्रधानमंत्री को धान और गेहूं का अंतर नहीं पता, रबी और खरीफ का अंतर नहीं पता, वो किसान का भला क्या करेगा।

Tags: 24ghante online.comcongressfarmers billNational newspm modiRandeep Surjewalकांग्रेसकिसान विधेयकपीएम मोदीरणदीप सुरजेवाल
Previous Post

फतेहपुर : सर्राफा व्यापारी की हत्या, सात पुलिसकर्मी लाइन हाजिर

Next Post

इम्यूनिटी को सुधारने और बेहतर बनाने में ये ये फूड आइटम्स होते है बेहद काम लायक

Desk

Desk

Related Posts

Hemant became emotional before Shibu Soren's final farewell
Main Slider

बाबा का संघर्ष उनकी चप्पल से ढकी फटी एड़ी में था… पिता शिबू सोरेन की अंतिम विदाई से पहले हेमंत हुए भावुक

05/08/2025
Bread Upma
खाना-खजाना

झटपट बनने वाला ये नाश्ता बच्चों को भी आता है पसंद

05/08/2025
Bada Mangal
धर्म

जीवन की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मंगलवार को करें इस स्तोत्र का पाठ

05/08/2025
Kundali
Main Slider

कुंडली के 12 भावों में बंटा है आपका जीवन, जानिए किस भाव का कौन है स्वामी ग्रह

05/08/2025
Kaju ka Halwa
Main Slider

रक्षाबंधन पर भाई का मुंह मीठा करने के लिए बनाएं काजू हलवा

05/08/2025
Next Post
Immunity Booster Foods

इम्यूनिटी को सुधारने और बेहतर बनाने में ये ये फूड आइटम्स होते है बेहद काम लायक

यह भी पढ़ें

Rain

मॉनसून में भीगा पूरा देश, दिल्ली-यूपी समेत 23 राज्यों में होगी मूसलाधार बारिश

01/07/2023

‘मोबाइल एप’ का संसार, दोधारी तलवार

18/02/2022
cm yogi

जनता की समस्याओं के समाधान को प्रतिबद्ध है सरकार : सीएम योगी

14/08/2023
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version