नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने टेली कान्फ्रेंसिंग के जरिये भारत ऊर्जा सप्ताह 2025 (India Energy Week) के तीसरा संस्करण के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत अपने साथ-साथ पूरी दुनिया का भी विकास कर रहा है और इसमें हमारे ऊर्जा क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि भारत पेरिस जी-20 के समझौतों के लक्ष्यों को पूरा करने वाला पहला देश है।
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा, “दुनिया का हर विशेषज्ञ कहता है कि 21वीं सदी भारत की है। भारत न केवल अपना बल्कि विश्व का भी विकास कर रहा है और इसमें हमारे ऊर्जा क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत की ऊर्जा महत्वाकांक्षाएं 5 स्तंभों पर टिकी हैं। हमारे पास संसाधन हैं, प्रतिभाशाली दिमाग हैं, आर्थिक ताकत है, राजनीतिक स्थिरता है, रणनीतिक भूगोल है और वैश्विक स्थिरता के लिए प्रतिबद्धता है। अगले दो दशक ‘विकसित भारत’ के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और हम अगले 5 वर्षों में कई उपलब्धियां हासिल करने जा रहे हैं।”
भारत ऊर्जा सप्ताह 2025 में पीएम (PM Modi) ने कहा, “पिछले 10 वर्षों में भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और हमने अपनी सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता को दोगुना कर दिया है। आज भारत तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक देश है। हमारी गैर-जीवाश्म ईंधन ऊर्जा तीन गुना बढ़ गई है। भारत पेरिस जी-20 के समझौतों के लक्ष्यों को पूरा करने वाला पहला देश है।”
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इस मौके पर केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, “भारत ऊर्जा सप्ताह अपने तीसरे वर्ष में ही दूसरा सबसे बड़ा ऊर्जा आयोजन बन गया है। इस आयोजन में 50 से अधिक देशों के 70,000 से अधिक ऊर्जा पेशेवर भाग लेंगे। इस आयोजन में कतर, रूस, ब्रिटेन, ब्राजील, तंजानिया और वेनेजुएला जैसे महत्वपूर्ण हितधारकों के 20 से अधिक ऊर्जा मंत्री और उनके प्रतिनिधि भाग लेंगे।”
हरदीप सिंह पुरी ने आगे कहा, “उद्योग और प्रौद्योगिकी के अलावा, भारतीय ऊर्जा सप्ताह युवाओं और नवाचार के बारे में भी है। स्टार्टअप चुनौतियों में 500 से अधिक उद्यमी भाग ले रहे हैं। यह एक प्रदर्शनी मंच भी है जिसमें 700 से अधिक कंपनियां भाग ले रही हैं।” उन्होंने कहा, “भारत ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, शहरी गैस विस्तार और सौर ऊर्जा आधारित खाना पकाने के पायलटों के माध्यम से 100% स्वच्छ खाना पकाने तक पहुंच हासिल कर ली है, जिससे यह साबित होता है कि नीति-संचालित समाधान जीवन में बदलाव ला सकते हैं।”