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पीएम मोदी बोले- बीते छह सालों में गरीबों के लिए देश में रिकार्ड तोड़ कार्य हुआ

पीएम मोदी PM Modi

नई शिक्षा नीति नए भारत की, नई उम्मीदों, नई आवश्यकताओं की पूर्ति का माध्यम है

 

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में पिछले छह साल में गरीबों के लिए जितना काम हुआ है। उतना पहले कभी नहीं हुआ है। यह बात प्रधानमंत्री ने बुधवार को ‘स्‍वनिधि संवाद’ में कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक देशवासी का जीवन आसान हो और वे आत्मनिर्भर बन सकें।

उन्होंने कहा कि हमारे देश में गरीबों की बात तो बहुत हुई है, लेकिन गरीबों के लिए जितना काम पिछले छह साल में हुआ है। उतना पहले कभी नहीं हुआ। हर वह क्षेत्र, हर वह सेक्टर जहां गरीब, पीड़ित, शोषित और वंचित अभाव में था। सरकार की योजनाएं उसका संबल बनकर आईं।

कोविड-19 महामारी से प्रभावित रेहड़ी पटरी वालों को पुन: आजीविका से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने ‘प्रधानमंत्री स्‍वनिधि योजना’ की शुरुआत की है। मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का मकसद है कि रेहड़ी पटरी वाले लोग नई शुरुआत कर सकें। ताकि अपना काम फिर शुरू कर सकें, इसके लिए उन्हें आसानी से पूंजी मिल सके तथा उन्हें अधिक ब्याज देकर पूंजी न लानी पड़े।

उन्होंने कहा किइस योजना में तकनीक के माध्यम से ऐसी व्यवस्था की गई है कि रेहड़ी पटरी वाले साथियों को कागज जमा कराने के लिए लंबी लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। आप कॉमन सर्विस सेंटर, नगर पालिका कार्यालय या बैंक में जाकर अपना आवेदन कर सकते हैं।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि ‘स्वनिधि योजना’ से जुड़ने वाले रेहड़ी पटरी वाले लोग का जीवन आसान बन सके और उन्हें मूलभूत सुविधायें मिल सकें। उन्होंने कहा कि रेहड़ी-पटरी या ठेला लगाने वाले भाई-बहनों के पास उज्ज्वला का गैस कनेक्शन है या नहीं। उनके घर बिजली कनेक्शन है या नहीं। वे आयुष्मान भारत योजना से जुड़े हैं या नहीं। पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें बीमा योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं। उनके पास पक्की छत है या नहीं, ये सभी बातें देखी जाएंगी।

इस अवसर पर मोदी ने कहा कि देश का गरीब कागजों के डर से पहले बैंक में जाता तक नहीं था , लेकिन अब जनधन योजना के माध्यम से 40 करोड़ से अधिक लोगों के बैंक खाते खुलवाए गए हैं। तो उन्हें आसानी से ऋण, आवास योजना का लाभ और आर्थिक मदद मिल रही है।

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