कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को एक हाईलेवल मीटिंग की। इस मीटिंग में कोरोना के साथ-साथ वैक्सीनेशन की स्थिति पर भी चर्चा की गई। अधिकारियों ने प्रधानमंत्री कोरोना संक्रमण के मौजूदा हालातों के बारे में बताया। ये भी बताया कि देश में टेस्टिंग की रफ्तार भी बढ़ रही है। मार्च में हर हफ्ते 50 लाख के आसपास टेस्ट होते थे, पर अब हर हफ्ते 1.3 करोड़ टेस्ट हो रहे हैं। पीएम को ये भी बताया कि देश में लगातार पॉजिटिविटी रेट घट रहा है और रिकवरी रेट बढ़ रहा है।
अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को कोरोना के हालात, टेस्टिंग, ऑक्सीजन सप्लाई, हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर और वैक्सीनेशन को लेकर राज्य और जिला स्तर पर किए जा रहे कामों का रोडमैप बताया। पीएम ने कहा कि जिन राज्यों संक्रमण दर ज्यादा है, वहां स्थानीय स्तर पर कंटेन्मेंट जोन बनाने की रणनीति अपनाने की जरूरत है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने टेस्टिंग और बढ़ाने के निर्देश भी दिए हैं, खासतौर से उन इलाकों में जहां पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है।
Discussed a number of issues during today’s review meeting on COVID-19, including scaling up testing in areas with high TPR, preparing localised containment strategies, augmenting health capacities in rural areas and ramping up the speed of vaccination. https://t.co/ysQmtDiZAQ
— Narendra Modi (@narendramodi) May 15, 2021
गांवों में कोरोना रोकने का दिया मंत्र
पीएम ने ग्रामीण इलाकों में डोर-टू-डोर टेस्टिंग और निगरानी करने को कहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी लगाया जा सकता है। उन्होंने ये भी कहा कि ग्रामीण इलाकों के लिए होम आइसोलेशन और इलाज के लिए आसान भाषा में गाइडलाइन जारी की जाए।
ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति से नए केस में आई गिरावट : योगी
प्रधानमंत्री ने निर्देश दिए कि ग्रामीण इलाकों में ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर काम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स समेत मेडिकल इक्विपमेंट्स की ट्रेनिंग हेल्थकेयर वर्कर्स को तुरंत दी जानी चाहिए। साथ ही पॉवर सप्लाई भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
वैक्सीनेशन में तेजी के लिए राज्यों के साथ काम करें
अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को वैक्सीनेशन प्रोसेस की जानकारी भी दी। साथ ही भविष्य में वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर रोडमैप भी बताया। वैक्सीनेशन को लेकर भी प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि वैक्सीनेशन प्रोग्राम में तेजी लाने के लिए केंद्र के अधिकारी राज्यों के साथ मिलकर काम करें।
इसके अलावा कई राज्यों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि वेंटिलेटर्स तो हैं लेकिन उनका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। इस पर पीएम ने जोर देते हुए कहा कि केंद्र सरकार की तरफ उपलब्ध कराए गए वेंटिलेटर्स को तुरंत चालू कराया जाए। साथ ही अगर जरूरत हो तो हेल्थकेयर वर्कर्स को वेंटिलेटर्स चलाने की ट्रेनिंग भी दी जाए।