बींजिंग। चीन में बच्चों में निमोनिया (Pneumonia) जैसी बीमारी फैल रही है। इनसे उन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही है। खबरें हैं कि इस हर रोज सात हजार से ज्यादा बीमार अस्पतालों में आ रहे हैं। इस बीमारी को लेकर जहां दुनिया में टेंशन बढ़ा दी है, तो दूसरी ओर चीन का कहना है कि इसमें डरने वाली बात नहीं है।
चीन के अधिकारियों का कहना है कि फ्लू जैसी बीमारी का कारण कोई नया पैथोजन या नया संक्रमण नहीं है। उनका कहना है कि चीन में जो बीमारी फैल रही है, उसमें कुछ भी असामान्य नहीं है। कोविड-19 की सख्त पाबंदियां हटने के कारण बच्चों को फ्लू हो रहा है।
चीन ने बीते हफ्ते विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को जवाब देते हुए बताया था कि बच्चों में निमोनिया (Pneumonia) जैसे मामलों का बढ़ना ‘असामान्य’ या ‘नई बीमारी’ नहीं है। कोविड प्रतिबंध हटाने की वजह से फ्लू जैसी बीमारी बढ़ रही है।
चीन में निमोनिया जैसी बीमारी के मामले बढ़ना इसलिए टेंशन बढ़ाता है, क्योंकि चार साल पहले दिसंबर 2019 में यहीं से कोविड शुरू हुआ था। इसके बाद कोविड दुनियाभर में फैल गया और महामारी बन गया।
आदतन यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों का ड्राइविंग लाइसेंस होगा रद्द: सीएम योगी
बहरहाल, चीन के नेशनल हेल्थ कमिशन के अधिकारी मी फेंग ने बताया कि बीमारों की संख्या बढ़ती देख चीन में पीडियाट्रिक क्लिनिक्स खोली जा रहीं हैं। चीन के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं को ज्यादा से ज्यादा बच्चों और बुजुर्गों को फ्लू वैक्सीन लगाएं। लोगों से भी मास्क पहनने और बार-बार हाथ धोने की अपील की है।
हालांकि, चीन के डॉक्टर्स और इंटरनेशनल एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन में बढ़ती इस बीमारी को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोविड प्रतिबंध हटने के कारण सिर्फ चीन ही नहीं, बल्कि कई देशों में भी इस तरह की बीमारी फैल रही है।