कानपुर। आगजनी, धमकाने सहित गंभीर धाराओं में दर्ज मुकदमें में जेल गये सपा विधायक इरफान सोलंकी (Irfan Solanki) के खिलाफ जाजमऊ थाना पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। पुलिस ने फॉरेंसिक रिपोर्ट के साथ 16 गवाहों के बयान को आधार बनाया है।
इसके साथ ही फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले अली नामक व्यक्ति के विषय में विधायक से जेल में पूछताछ के लिए पुलिस तैयारी कर रही है। अली ही वह व्यक्ति है जिसने विधायक इरफान का अशरफ नाम से फर्जी आधार कार्ड बनाया था और फरारी के दौरान विधायक ने उसी आधार कार्ड के जरिये हवाई यात्रा की थी।
जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी में विधायक इरफान (Irfan Solanki) आवास के पास रह रही विधवा नजीर फातिमा उर्फ बेबी नाज का घर सात नवम्बर को फूंक दिया गया था। इसपर पीड़िता ने विधायक इरफान सोलंकी व उसके भाई रिजवान सोलंकी सहित आठ अन्य लोगों के खिलाफ आगजनी, धमकाना सहित गंभीर धाराओं में जाजमऊ थाना में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद विधायक और उसका भाई फरार हो गया।
पुलिस का जब चहुंओर शिकंजा कसा तो दो दिसम्बर दोनों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इसके बाद पुलिस चार्जशीट की तैयारी करने लगी और विधायक के जेल जाने से पहले जो लोग मुंह नहीं खोल रहे थे वह गवाह बन गये। इस प्रकार पुलिस ने 16 गवाहों के बयान चार्जशीट में दर्ज किया है। इसके साथ ही फॉरेंसिक रिपोर्ट को भी आधार बनाया है।
यूपी में 4 बांग्लादेशी गिरफ्तार, सपा MLA इरफान सोलंकी ने लिखकर दिया था- डॉ. रिजवान भारतीय हैं
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने रविवार को बताया कि उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए गहनता से जांच कराई थी। फोरेंसिक रिपोर्ट में साफ हो गया था कि घर पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाई गई है। इसके साथ ही 16 गवाहों ने इरफान और उनके भाई के खिलाफ बयान दिया है। उनका कहना है कि वारदात तो विधायक और उनके भाई ने अंजाम दिया है। इसके साथ ही यह भी पाया कि इरफान के घर पर लगा सीसीटीवी कैमरा वारदात वाले हिस्से को कवर नहीं कर रहा था। इससे यह साफ है कि पूरा वारदात को साजिश के तहत अंजाम दिया गया।