उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को कहा कि राजनीति कभी भी धर्म से अलग नहीं रही है। राजनीति और धर्म हमेशा एक दूसरे के पूरक रहे हैं। हम लोगों ने जो बचपन से सपना देखा था, वह अब साकार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि मैं स्वयं किसान परिवार से हूं। सैनिक परिवार से हूं। हम लोग लगातार किसानों के लिए काम कर रहे हैं। हमारे प्रधानमंत्री ने किसान सम्मान निधि व अन्य योजनाएं हो या किसानों की आय दोगुनी कैसे हो इन सब योजनाओं पर कार्य कर रहे हैं। हमारे यहां के किसान हर बात समझते हैं।
कहा कि पार्टी ने हमें उत्तराखंड का कमान दिया है। हम उत्तराखंड की जनता की सेवा कर रहे। मेरा कोई राजनैतिक कार्यक्रम नहीं है। अयोध्या दौरे के विषय में उन्होंने कहा कि मैं बचपन से यहां आता रहा हूं। मैं विद्यार्थी परिषद का कार्य करता रहा हूं। 50 बार मैं यहां आया हूं। मेरा कोई राजनैतिक यात्रा नहीं है। हमारे यहां पांच सांसद लोकसभा के हैं, दो राज्यसभा के कुल मिलाकर सात हैं। अबकी बार हम लोगों ने नारा दिया है। अबकी बार 60 पार।
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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी आज देर रात तक दिल्ली सेवा धाम ट्रस्ट के भूमि पूजन के कार्यक्रम में आयोजित भजन संध्या स्थल में शामिल होंगे और रविवार को धर्मशाला की भूमि पूजन के बाद आधारशिला रखेंगे। वह श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं मणिराम दास छावनी महंत नृत्य गोपाल दास से मणिराम छावनी में मुलाकात भी करेंगे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अयोध्या पहुंचकर रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन कर उत्तराखण्ड राज्य की खुशहाली की प्रार्थना की।
इस दौरान उन्होंने राम मंदिर निर्माण कार्य का अवलोकन किया और साधू–संतों का आशीर्वाद भी लिया। राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने के बाद पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो रामलला के दर्शन करने अयोध्या पहुंचे। इसके बाद सरयू घाट पर पहुंचकर आरती कार्यक्रम में शामिल हुए।