यूपी में चित्रकूट जेल हत्याकांड के बाद से सियासी पारा गर्म है। योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। इस बीच मामले में कई जेल अधिकारियों पर गाज गिरी है। जेलर समेत कई अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया तो वहीं कई अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है। इस शूटआउट के बाद मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है, जिससे कई अहम जानकारियां सामने आई हैं।
आपको बता दें कि शुक्रवार को चित्रकूट जेल में हुए शूटआउट के में मारे गए कैदियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, जिसके मुताबिक, अंशु दीक्षित ने पहले मुख्तार के खास मेराज उर्फ मेराजुद्दीन पर 3 फायर किए थे। फिर मुकीम के शरीर में 13 गोलियां दाग दी। वहीं खुद अंशु पुलिस की 20 गोलियों से मारा गया। यानी कि जेल में ताबड़तोड़ गोलियां चलीं थीं। करीब 50 राउंड गोलियां जेल की अंदर चलने की खबर है।
चित्रकूट प्रशासन का कहना है कि जेल में बंद अंशु दीक्षित ने मुकीम और मेराज अली की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने 5 कैदियों को बंधक बना लिया था। इस दौरान जेल प्रशासन ने अंशु से कैदियों को छोड़ने की अपील की, लेकिन वह नहीं माना, जिसके बाद पुलिस से मुठभेड़ में अंशु भी मारा गया। यानी कि चित्रकूट जेल में शुक्रवार को तीन कैदी मारे गए, दो गैंगवार में और एक पुलिस से मुठभेड़ में।
गांव में सभी को मेडिकल किट उपलब्ध करवाई जा रही : सहगल
उधर, यूपी के चित्रकूट जेल हत्याकांड मामले में योगी सरकार ने कार्रवाई की है। चित्रकूट जेल के जेलर और जेल अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया। साथ ही विभागीय कार्रवाई के भी आदेश दिए गए।
अशोक कुमार सागर को चित्रकूट का नया जेल अधीक्षक बनाया गया है. सीपी त्रिपाठी चित्रकूट जेल के नए जेलर बनाए गए हैं। डीआईजी जेल प्रयागराज संजीव त्रिपाठी को अयोध्या डीआईजी का भी चार्ज दिया गया, जबकि शैलेंद्र कुमार मित्रेय को डीआईजी जेल लखनऊ का चार्ज दिया गया है।