उत्तर प्रदेश में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले प्रत्येक परिवार को आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से जोड़ा जायेगा।
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने मंगलवार को यहां बताया कि प्रदेश में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले प्रत्येक परिवार को आयुष्मान भारत/मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से जोड़ा जायेगा।
उन्होंने बताया कि इसके लिए निरन्तर प्रयास किया जा रहा है। गरीबी रेखा के नीचे सभी परिवारों को इस योजना से जोड़ने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा आवश्यक कार्रवाई कर रही है। प्रदेश सरकार आयुष्मान भारत योजना से वंचित लगभग दो करोड़ परिवारों को भी आयुष्मान भारत/मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से जोड़ने के लिए निरन्तर प्रयासरत है।
स्कूल पहुंची दो छात्राएं निकली कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप, किया होम क्वारंटाइन
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण दर में लगातार गिरावट आ रही है। लेकिन यह समय और अधिक सावधान रहने का है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत देश के शहरी क्षेत्रों के रेहड़ी, पटरी, ठेले वाले, खोमचे वाले आदि लोगों को बैंकों से जोड़ा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने सोमवार को इसकी समीक्षा की थी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत प्रधानमंत्री 27 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में पांच लाख से अधिक ठेले वाले, रेहड़ी वाले तथा छोटे-छोटे खोखे वाले, खोमचे वालों से संवाद करेंगे।
श्री सहगल ने बताया कि प्रधानमंत्री प्रदेश के 651 नगर निगमों में लगभग तीन लाख रेहड़ी/ठेले/ खोमचे व छोटे-छोटे तीन लाख से अधिक दुकानदारो को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत ऋण वितरण करेंगे तथा इनसे संवाद स्थापित करेंगे।
जब तक कोरोना की दवाई नहीं, तब तक कोई ढ़िलाई नहीं : पीएम मोदी
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज लखनऊ में उपयोगी एवं महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। लखनऊ में बने सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान का भी लोकार्पण किया।
श्री सहगल ने बताया कि लखनऊ स्थित सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान एवं अस्पताल मुम्बई स्थित टाटा कैंसर इन्स्टीट्यूट की तर्ज पर चलाया जायेगा। यह देश में एक अग्रणी कैंसर संस्थान होगा। यह संस्थान लगभग 805 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है। इस संस्थान में आई0पी0डी0, ओ0पी0डी0 सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
बांके बिहारीजी के दर्शन किये बिना ही वापस लौटे श्रद्धालु, 7 माह से कर रहे थे इंतज़ार
उन्होंने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियां तेजी से संचालित हो रही है। प्रदेश में विद्यमान 4.35 लाख इकाईयों को आत्मनिर्भर पैकेज के तहत 10,727 करोड रूपये के ऋण स्वीेकृत कर वितरित किये जा रहे हैं। आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार/स्वरोजगार सृजन अभियान में इस वित्तीय वर्ष में 14 मई से आजतक 5.74 लाख नई डैडम् इकाईयों को 15,461 करोड रूपये के ऋण वितरण किया गया है।