भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) का अपनी को-स्टार काजल राघवानी के साथ तो पहले से ही विवाद जारी है. हाल ही में काजल ने फेमस सिंगर पर उन्हें बदनाम करने के आरोप लगाए थे और इसी बीच अब प्रदीप पांडेय ने भी खेसारी को टारगेट किया है. एक यूट्यूब न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान यंग भोजपुरी स्टार ने अपनी भड़ास निकालते हुए अपने सीनियर खेसारी को लेकर कहा कि वे सठिया गए हैं जो एक अभिनेता की मौत होने के बाद उसके नाम पर सहानुभूति लेने की कोशिश कर रहे हैं.
बता दें कि प्रदीप (Actor Pradeep Pandey) ने सठियाने वाली बात खेसारी के उस बयान को लेकर कही है जिसमें उन्होंने कहा था, ”मुझे लगता है कि भोजपुरी इंडस्ट्री दूसरा सुशांत सिंह राजपूत बनाने जा रही है.” प्रदीप ने खेसारी को लेकर कहा, ”आपके अंदर इतनी भी शर्म, हया नहीं रही कि एक इंसान के साथ इतनी बुरी घटना हुई है और आप पब्लिक से सहानुभूति लेने के लिए उसके नाम का इस्तेमाल कर रहे हो. आप सुशांत सिंह राजपूत को कहां कंपेयर कर रहो..आप उस इंसान की मौत पर बोलकर सिर्फ पब्लिक को बेवकूफ बना रहे हो.”
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प्रदीप ने खेसारी को लेकर आगे कहा, ”एक ओर आप कहते हैं आपको लोग प्यार करते हैं, आपके पास काम की कोई कमी नहीं है. जब आपके पास सारी चीजें हैं तो आप क्यों सुशांत सिंह राजपूत बनने की कोशिश कर रहे हैं. सुशांत सिंह ने जिस सिचुएशन में जाकर आत्महत्या का कदम उठाया था…उस घटना की हम सब निंदा करते हैं और आज भी हम उस महान इंसान के लिए न्याय की बात करते हैं. मैं अब अपने अंदर की भावनाओं को रोक नहीं पा रहा हूं और इसलिए कह रहा हूं कि चच्चा की अब रिटायरमेंट की उम्र हो गई है. आप सठिया गए हैं तो कम से कम किसी के नाम को बेइज्जत तो मत करो.”
आपको बता दें कि पिछले दिनों ही खेसारी ने अपने एक लाइव प्रोग्राम में कहा था, ”मुझे लगता है कि भोजपुरी इंडस्ट्री दूसरा सुशांत सिंह राजपूत बनाने जा रही है. जितना सपोर्ट हिंदी इंडस्ट्री से सुशांत सिंह राजपूत को मिला था वही भर-भर के प्यार मुझे भोजपुरी इंडस्ट्री देने की कोशिश में लग गई है. अच्छी बात है. लेकिन मैं उतना कमजोर हूं नहीं. क्योंकि मेरे पास आप सब की मोहब्बत है.आज कल मेरा नाम कोरोना पॉज़िटिव की तरह हो गया है. गलती से कोई मेरा नाम ले भी लेता है, तो पता नहीं लोगों को प्रॉब्लम क्यों हो जाती है? कुछ लोग इंटरव्यू छोड़कर भाग जाते हैं. नाम लेते ही उनको इतनी मिर्ची लगने लगती है. लेकिन कोई बात नहीं, ठीक है. मैं सुशांत सिंह राजपूत के गांव से जरूर हूं. उस बिहार से हूं, उस पटना से हूं, छपरा से जरूर हूं. एक बिहारी हूं लेकिन मैं कमजोर नहीं हूं.