प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) हर माह की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित माना जाता है। प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत भी रखा जाता है। मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से लंबी आयु का आशीर्वाद मिलता है। हर महीने में 2 प्रदोष व्रत आते हैं। आइए, जानते हैं कि मार्च 2024 में कब रखा जाएगा प्रदोष व्रत।
मार्च माह का पहला प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat)
फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 8 मार्च को पड़ रही है। पंचांग के अनुसार, त्रयोदशी तिथि 8 मार्च को दोपहर 1 बजकर 19 मिनट से शुरू होगी। यह रात 9 बजकर 57 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में प्रदोष व्रत 8 मार्च को रखा जाएगा।
मार्च माह का दूसरा प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat)
प्रदोष व्रत के दिन रात्रि में भगवान शिव की पूजा करने की परंपरा है। पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 22 मार्च को सुबह 4 बजकर 44 मिनट पर शुरू होगी। यह अगले दिन 23 मार्च को सुबह 7.17 बजे समाप्त होगी। ऐसे में प्रदोष व्रत 22 मार्च को रखा जाएगा।
प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) पूजा विधि
प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat) के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें। मंदिर की साफ-सफाई करें और एक दीपक जलाएं। प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल यानी सूर्यास्त के समय करने की परंपरा है।
इस दौरान भगवान भोलेनाथ का गंगाजल से अभिषेक करें।
इसके बाद धतूरा, शमी के फूल और बिल्व पत्र आदि चीजें शिव जी को चढ़ाएं।
अंत में आरती करें और शिव चालीसा का पाठ करें। भोग लगाएं और इसे प्रसाद के रूप में लोगों में बांट दें।