प्रयागराज. शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) को पुलिस तमाम प्रयास के बाद भी पकड़ नहीं पा रही है, जबकि उसकी तलाश में कई जगह दबिश दी गई है. धूमनगंज पुलिस अब शाइस्ता की हिस्ट्रीशीट खोलने की तैयारी में है. उसके खिलाफ मुकदमों की जानकारी एकत्र की जा रही है. इससे अब 50 हजार की इनामी शाइस्ता की हिस्ट्रीशीट खुल सकती है.
धूमनगंज प्रभारी ने एक एफआईआर में शाइस्ता (Shaista Parveen) के लिए माफिया अपराधी शब्द का प्रयोग किया था. अब तक शाइस्ता के खिलाफ दर्ज आधा दर्जन मुकदमों के बारे में पता चला है. इसमें सबसे प्रमुख उमेश पाल और दो सिपाहियों की हत्या में दर्ज एफआईआर है. इसमें अतीक और अशरफ के साथ शाइस्ता को भी नामजद किया गया था. इसके अलावा बेटे अली का फर्जी आई कार्ड बनवाने, असलहों का लाइसेंस लेने के लिए तथ्यों को छिपाने और अवैध असलहा रखने जैसे मामले दर्ज हैं.
पुलिस की जांच में ज्ञात हुआ है कि शाइस्ता (Shaista Parveen) षड्यंत्र की बैठकों में शामिल होती थी और अपने बेटों के माध्यम से शूटरों को आईफोन और रुपये भी देती थी.हत्या के बाद शूटरों के छिपने में भी उसने मदद की थी. पुलिस (Police) ने जांच में यह भी बताया है कि अतीक के जेल जाने के बाद उसके कारोबार को शाइस्ता ही संभाल रही थी. वह कुछ लोगों की मदद से अतीक गिरोह की पूरी वसूली को अंजाम दे रही थी.
धूमनगंज पुलिस ने शाइस्ता (Shaista Parveen) की हिस्ट्रीशीट खोलने के लिए अधिकारियों से परामर्श मांगा है. वहां से हरी झंडी मिलने के बाद शाइस्ता की हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी. 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन पर पुलिस (Police) फिर इनाम बढ़ा सकती है. सूत्र बताते हैं कि शाइस्ता पर इनाम की राशि बढ़ाई जा सकती है. अब तक 50 हजार की इनामी शाइस्ता पर जल्द ही एक लाख इनाम घोषित हो सकता है.