मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने मंगलवार को बताया कि 19 जनवरी से दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल फिर से खुल जाएंगे। इन दिनो स्कूल प्रशासन को विशेष सावदानी रखनी हैं ,प्रत्येक कक्षा में 25 से अधिक छात्र नहीं होंगे।यह कदम छात्रों के हितों को ध्यान में रखकर लिया जा रहा है।
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स्कूलों को सरकार के मानक संचालन प्रक्रिया का पालन कर केवल इन दो कक्षाओं के संचालन की अनुमति दी जाती है। स्कूल आने वाले छात्रों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले विटामिन और जिंक के टैबलेट प्रदान किए जाएंगे।
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इस संबंध में जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में पलानीस्वामी ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य और चिकित्सा विशेषज्ञों, जिलाधिकारियों, वरिष्ठ मंत्रियों की राय और अधिकांश अभिभावकों के विचार के आधार पर, स्कूलों को केवल 10वीं और 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए कक्षाएं संचालित करने की अनुमति दी गई है।
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उन्होंने कहा कि इससे पहले से ही जनवरी के बीच, अभिभावकों की राय को जानने की कोशिशि की गई थी और उनमें से अधिकांश ने 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए स्कूलों को फिर से खोलने पर सहमतिपे अपनी राय दी थी। 95 प्रतिशत स्कूलों ने इस मामले पर अपनी रिपोर्ट दी है। सीएम ने माता-पिता, शिक्षकों और छात्रों से अपील की।कि वे छात्रों के कल्याण के लिए और कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने में सरकार के प्रयासों में अपना पूरा सहयोग देंगे।
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वहीं, तेलंगाना में 1 फरवरी से 9वीं से 12वीं की कक्षाओं खोला जायेगा। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर ने कहा कि पहली फरवरी से शुरू होने वाली इंटरमीडिएट और डिग्री कॉलेजों को खोल दिया जाएगा और कक्षाओं का संचालन किया जाएगा। उधर, गुजरात में सोमवार से स्कूल और कॉलेज खोल दिए गए हैं। प्रथम चरण में कक्षा 10 वह 12वीं की कक्षाएं तथा स्नातक व स्नातकोत्तर की अंतिम वर्ष की कक्षाएं खोली गई हैं। छात्रों के स्कूल आने के लिए अभिभावकों की स्वीकृति अनिवार्य की गई है।