लंदन। ब्रिटेन क्वीन एजिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) के निधन के बाद 19 सितंबर को उनका अंतिम संस्कार किया जाना है। देश-विदेश के कई शीर्ष नेता क्वीन को आखिरी विदाई देने लंदन पहुंच रहे हैं। भारत की ओर से राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू (President Murmu ) इस दौरान लंदन पहुंची है। यह जानकारी पहले ही राष्ट्रपति भवन की ओर से दी गई थी। राष्ट्रपति मुर्मू (President Murmu ) वहां पर 17 से 19 सितंबर तक रुकेंगी और पूरे देश का प्रतिनिधित्व करेंगी।
इसी क्रम में भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर भी 12 सितंबर को ब्रिटिश उच्चायोग से मिलने गए थे। उन्होंने पूरे देश की ओर से क्वीन के निधन पर शोक जताया और संवेदनाएं व्यक्त की। विदेश मंत्रालय ने क्वीन के निधन के बाद एक बयान जारी करते हुए कहा था कि क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के 70 साल के शासनकाल में भारत और ब्रिटेन के संबंध बहुत विकसित और अच्छे हुए हैं।
बता दें कि 8 सितंबर को ब्रिटेन की क्वीन एलिजाबेथ (Queen Elizabeth II) का लंबी बीमारी के बाद निधन हुआ था। इस बात की जानकारी शाही परिवार के ट्विटर हैंडल से जारी की गई थी। क्वीन को फिलहाल अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। अब 19 सितंबर को उनका अंतिम संस्कार किया जाना है। यह अंतिम संस्कार वेस्टमिंस्टर एब्बे में किया जाएगा।
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क्वीन के अंतिम संस्कार के शामिल होने और शाही परिवार को ढांढस बंधाने देश विदेश से कई शीर्ष नेता पहुंच रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन के साथ यूके पहुंचे हैं। वहीं अस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी एल्बनीज और न्यूजीलैंड प्रीमियर जेसिन्डा एरडर्न पहुंचे हैं। इन्होंने हाल ही में चुनी गई ब्रिटिशन प्रधानमंत्री लिज ट्रस से मुलाकात की है। क्वीन के अंतिम संस्कार में करीब 2000 लोगों के शामिल होने की आशंका है।
इन्हें नहीं बुलाया गया
क्वीन के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कई देशों को इनवाइट किया गया है। वहीं कुछ देश ऐसे भी हैं जिन्हें इस अंतिम दर्शन में इनवाइट नहीं किया गया है। इन देशों में रूस, बेलारस और अफगानिस्तान शामिल हैं।एचएच