Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बोले- कोरोना महामारी से जंग के लिए वैश्विक सहयोग जरूरी

 

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। महामारी के चलते सभी देश स्वास्थ्य और आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। यह बात राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बुधवार को कही है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के दौर में लोगों के स्वास्थ्य और आर्थिक सहयोग को सुनिश्चित करने के लिए अधिक से अधिक वैश्विक सहयोग की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय जल्द ही महामारी का कोई न कोई हल ढूढ़ लेगा।

विधवा पेंशन में बड़ा घोटाला, 106 सुहागिन पति को मृत दिखाकर ले रही हैं लाभ

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वैश्विक सहयोग को रेखांकित करते हुए कहा कि महामारी कोविड-19 से सामूहिक स्वास्थ्य और आर्थिक कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए अधिक से अधिक वैश्विक सहयोग की आवश्यकता है। एक वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में राष्ट्रपति ने स्विट्जरलैंड, माल्टा और बोत्सवाना के दूतों के परिचय पत्र स्वीकार किए। स्विट्जरलैंड के राजदूत राल्फ हेकेनर, माल्टा के उच्चायुक्त रूबेन गौसी और बोत्सवाना के उच्चायुक्त गिल्बर्ट शिमाने मैंगोले ने राष्ट्रपति कोविंद को अपने परिचय पत्र प्रस्तुत किए।

इस अवसर पर राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि भारत के तीनों देशों के साथ मजबूत और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। तीनों देशों के संबंध शांति और समृद्धि की दृष्टि से बेहद गहरे हैं। राष्ट्रपति ने वर्ष 2021-22 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की अस्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए तीनों देशों का शुक्रिया अदा किया।

डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत पर हंगामा, CMO ने किया नर्सिंग होम सील

भारत को 2021-22 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के चुनावों में निर्विरोध अस्थायी सदस्य चुन लिया गया है। बता दें कि यह 8 वीं बार है, जब भारत यूएनएससी का अस्थायी सदस्य चुना गया है। भारत को इस चुनाव में 192 में से 184 वोट मिले।

वहीं भारत की इस कामयाबी पर चिढ़े पाकिस्तान ने कहा कि सुरक्षा परिषद में नई दिल्ली की अस्थायी सदस्यता हमारे लिए चिंता की बात है। रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड-19 से संबंधित पाबंदियों के कारण संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में मतदान के विशेष इंतजाम किए गए थे।

Exit mobile version