फतेहपुर। जिले में रविवार की सुबह सैकड़ों वर्ष पुरानी पांच बेशकीमती मूर्तियां चोरी (Idols stolen) हो गईं। घटना से श्रद्धालुओं में नाराजगी है। घटना की जानकारी होने पर सदर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
सदर कोतवाली के शहर स्थित पक्का तालाब में सैकड़ों वर्ष पुराना राम जानकी मंदिर (Ram Janaki Temple) है। इस मंदिर में राम लक्ष्मण जानकी की दो बेशकीमती मूर्तियां (Idols) जो अष्टधातु की बताई जा रही हैं, स्थापित थी। मंदिर में मध्य प्रदेश प्रान्त के जनपद सतना के कुलरावां थाना क्षेत्र के पोटर गांव के रहने वाले केशवदास महाराज पुजारी हैं।
उन्होंने बताया कि 10 दिन पहले दो लोग आकर मंदिर में प्रसाद चढ़ाया। इसके बाद अपने गांव की जमीन में धन गड़े होने की बात को बताते हुए धन को निकालने की विधि पूंछने लगे। इस पर पुजारी मना कर दिया था। आज सुबह आरती-पूजन के दौरान वही दोनों युवक फिर मंदिर आये। युवकों ने प्रसाद और बीस रुपये चढ़ाने को दिया। इसके बाद पुजारी ने प्रसाद चढ़ाकर बचे हुए प्रसाद को उन्हें वापस कर दिया।
पुजारी प्रांगण में स्थित शिव मंदिर का ताला बंद करने चले गए। वापस आने के बाद देखा की दोनों युवक मौके से नदारत थे। वहीं मंदिर से राम, लक्ष्मण, जानकी की अष्ट धातु की दो और राधा कृष्ण की पीतल की तीन मूर्तियां गायब थीं। मंदिर के पुजारी ने बताया कि सभी मूर्तियां बेशकीमती थीं। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं को पुजारी ने इसकी जानकारी दी। चोरी की घटना पर आक्रोशित बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर करते हुए घटना की सूचना पुलिस को दी।
सदर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। शीघ्र ही चोरों को गिरफ्तार करके घटना का खुलासा किया जायेगा।