नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को देशवासियों से आयात को कम से कम करने, स्थानीय उत्पादों को सम्मान देने और देश में उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का मूल्यवर्धन करते हुये आत्मनिर्भर भारत के लिये संकल्प लेने का आह्वान किया।
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उन्होंने कहा, भारत से कच्चा माल बाहर जाता है और वहां से बना हुआ सामान देश में आता है। आखिर ये खेल कब तक चलेगा। उन्होंने कहा कि हमें आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है और हमारी शक्ति पर वैश्विक आवश्यकता के अनुसार मूल्य वृद्धि करना है, वैल्यू एडिशन करना है। उन्होंने कहा कि ये सोचने की जरूरत है कि कैसे भारत में बने सामान की दुनिया में वाहवाही हो, हम दुनिया के विकास में योगदान करना चाहते हैं।
आत्मनिर्भर का मतलब सिर्फ इंपोर्ट कम करना नहीं, बल्कि अपना सामर्थ्य बढ़ाना और बचाना भी है। पीएम ने कहा कि पहले स्टील को लेकर भारत की खूब तारीफ होती थी, उसी स्टील डेवलपमेंट पर बल देना है।
लोकल फॉर वोकल पर पीएम ने कहा- अगर देश के लोग ही यहां के सामान की तारीफ नहीं करेंगे, तो वह आगे कैसे बढ़ेगा। पीएम मोदी बार-बार आत्मनिर्भर बनने के लिए लोकल फॉर वोकल की बात कह चुके हैं।
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आपको बता दें कि भारत में चीन से अधिकतर बना हुआ सामान ही आयात किया जाता है, जिसमें अधिकतर सामान इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल होता है। यही वजह है चीन के साथ भारत का ट्रेड डेफिसिट लगातार बढ़ता जा रहा है।
फरवरी 2019 से लेकर इस साल फरवरी तक चीन के साथ भारत का ट्रेड डेफिसिट 47 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। भारत की कॉमर्स मिनिस्ट्री ने अभी जुलाई का डेटा नहीं दिया है, लेकिन बाकी की बात करें तो भारत ने चीन से अप्रैल में यह 3.03 अरब डॉलर, मई में 4.66 अरब डॉलर और जून में 3.32 अरब डॉलर का सामान आयात किया।