BHU के चार शोधार्थियों को देश के प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री शोध फेलोशिप के लिए चुना गया है। योजना के चयन के नौवें चक्र में इन चारों शोधार्थियों को अगले पांच वर्ष तक फेलोशिप दी जाएगी। इसके साथ ही पांच साल में दस लाख रुपये तक का अनुसंधान अनुदान भी इन्हें मिल सकता है।
प्रधानमंत्री शोध फेलोशिप योजना की घोषणा भारत सरकार ने वर्ष 2018-19 के वार्षिक बजट में की थी। इसके तहत बीएचयू से सुलग्ना बासु (बायोइन्फॉर्मेटिक्स- महिला महाविद्यालय), प्रांशु कुमार गुप्ता (रसायनशास्त्र), पुनीत दुबे (भौतिकी) और अर्पण मुखर्जी (पर्यावरण एवं धारणीय विकास संस्थान) का चयन हुआ है।
युवाओं को अनुसंधान की तरफ आकर्षित करने और उच्च गुणवत्ता वाले शोध को प्रोत्साहन देने के लिए यह योजना देश के चुनिंदा केंद्रीय विश्वविद्यालयों में लागू है। इसमें चयनित शोधार्थियों को पहले दो वर्षों में 70 हजार रुपये प्रति माह, तीसरे वर्ष में 75 हजार रुपये प्रति माह तथा चौथे एवं पांचवें वर्ष में 80 हजार रुपये प्रतिमाह की राशि मिलती है। इसके अलावा एक शोधार्थी को पांच वर्ष तक दो लाख रुपये प्रतिवर्ष (कुल दस लाख रुपये) का अनुसंधान अनुदान भी दिया जा सकता है।
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छात्रों को इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि अगले वर्ष बीएचयू से फेलोशिप के लिए चुने जाने वाले छात्रों की संख्या और ज्यादा होगी। बीएचयू में पीएम रिसर्च फेलोशिप की समन्वयक डॉ. मौशुमी मुत्सुद्दी ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए यह गर्व का विषय है कि चार शोधार्थी इस योजना के तहत चुने गए हैं।