उत्तर प्रदेश की जौनपुर जिला जेल से कोरोना काल में पेरोल पर छोड़े गये 40 कैदियों में से 23 नवम्बर तक मात्र छह बंदी ही दाखिल हुए जबकि दाखिले के अंतिम दिन सोमवार तक 34 कैदी जेल नहीं आये और उन्हें फरार घोषित किया जा सकता है।
जेल अधीक्षक एस के पांडेय ने बताया कि उच्चतम न्यायालय की सलाह पर कोरोना काल में प्रदेश सरकार के आदेश पर जिला कारागार से 40 ऐसे कैदियों को तीन अप्रैल को आठ सप्ताह के पेरोल पर रिहा किया गया था ,जिन्हें दोष सिद्ध होने पर अदालत ने सात साल तक की सजा दे रखी है।
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जून माह में दूसरी बार और फिर सितंबर में तीसरी बार आठ सप्ताह के लिए पेरोल अवधि बढ़ा दी थी। सरकार ने अब इसे आगे न/न बढ़ाने का निर्णय लिया है। सोमवार तक बाकी सजा काटने के लिए कैदियों को जेल में दाखिला कराने का अंतिम दिन था। सोमवार तक मात्र छह बंदी जेल में दाखिल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि शेष 34 कैदियों को जेल में हाजिर होने की सूचना भेज दी गई थी,लेकिन अभी तक वे जेल नहीं आये। उन्होंने कहा कि जो 34 कैदी वापस नहीं आये उन्हें फरार घोषित किया जायेगा। इस संबंध में मंगलवार तक सरकार को रिपोर्ट प्रेषित की जानी थी।