लाइफ़स्टाइल डेस्क। शोधकर्ताओं ने एक ऐसे प्रोटीन की खोज की है जो दिमाग में मौजूद सफेद रक्त कोशिकाएं को सक्रिय कर अल्जाइमर जैसी बीमारी से बचाव कर सकती है। पत्रिका कम्युनिकेशन बायोलॉजी में प्रकाशित शोध में कहा गया है कि सीडी33 नामक यह प्रोटीन अल्जाइमर की बीमारी से लड़ने में कारगर साबित हो सकता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ एलबर्टा के प्रोफेसर मैथ्यू मैक्युले ने कहा, दिमाग में मौजूद प्रतिरक्षा कोशिकाएं जैसे माइक्रोग्लिया अल्जाइमर से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। यह माइक्रोग्लिया हानिकारक और सुरक्षात्मक दोनों ही हो सकते हैं। माइक्रोग्लिया को हानिकारक से सुरक्षात्मक बना देने पर यह अल्जाइमर के इलाज में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
इस शोध में पता चला है कि सीडी 33 प्रोटीन माइक्रोग्लिया की कार्यप्रणाली को बदलकर अल्जाइमर से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। शोधकर्ता अभिषेक भट्टाचार्य ने कहा, माइक्रोग्लिया में सीडी 33 की मौजूदगी से पता चलता है कि सही परिस्थिति में इस प्रोटीन से सफेद रक्त कोशिकाओं को सक्रिय कर अल्जाइमर से बचाव किया जा सकेगा।
दुनियाभर में 4.4 करोड़ लोग अल्जाइमर की बीमारी से जूझ रहे हैं। शोधकर्ता मैथ्यू मैक्युले ने कहा, इस शोध में परिणामों में सीडी 33 प्रोटीन और अल्जाइमर की बीमारी में संबंध देखने को मिले हैं। माइक्रोग्लिया में यह क्षमता है कि वह तंत्रिकाओं में मौजूद गंदगी को फैगोसाइटोसिस नामक एक प्रक्रिया से दूर कर सकता है। इस प्रक्रिया से अल्जाइमर से बचाव करने और उसे ठीक करने में भी मदद मिल सकेगी।