चंडीगढ़। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा को प्रदेश सरकार के खिलाफ तीखे सुर बोलना महंगा पड़ गया है। पंजाब सरकार ने बाजवा की सिक्योरिटी वापस लेने का फैसला लिया है। बाजवा को प्रदेश पुलिस की सुरक्षा मिली हुई है।
सिक्योरिटी के मूल्यांकन के बाद पता चला है कि बाजवा को किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है इसलिए प्रदेश पुलिस द्वारा उन्हें सुरक्षा देने का औचित्य नहीं है। वैसे भी बाजवा राज्यसभा सदस्य हैं और उनको केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से भी सुरक्षा मिली हुई है। ऐसी परिस्थतियों में पंजाब सरकार ने फैसला लिया है कि बाजवा की सिक्योरिटी वापस ले ली जाए।
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आज दोपहर को बाजवा ने एक बार फिर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस आलाकमान को कैप्टन अमरिंदर को हटाकर नया मुख्यमंत्री बनाना चाएि। उन्होंने यहां तक कह ड़ाला कि पंजाब मेें कांग्रेस को बचाना है तो मुख्यमंत्री बदलना जरूरी है।
बाजवा को 19 मार्च को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जेड श्रेणी सुरक्षा कवर दिया गया था। उनकी व घर की सुरक्षा और एस्कॉर्ट के लिए 25 सीआइएसएफ कर्मियों के अलावा 2 एस्कॉर्ट ड्राइवर हैं।
23 मार्च तक उनके साथ 14 पंजाब पुलिस कर्मचारी भी तैनात थे, लेकिन कुछ को पहले ही वापस ले लिया गया था। अब बाकी कर्मियों को भी वापस ले लिया गया है।