धर्म डेस्क। आज अधिक आश्विन कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और शनिवार का दिन है | अष्टमी तिथि आज शाम 6 बजकर 17 मिनट तक रहेगी | आज कालाष्टमी है। कालाष्टमी के दिन भगवान शंकर के भैरव स्वरूप की उपासना की जाती है। कहते हैं आज के दिन भगवान शंकर के काल भैरव स्वरूप की उपासना करने से जीवन की सारी परेशानियां दूर होंगी और आपकी मनचाही मुरादें पूरी होंगी।
आज के दिन पड़ने वाले योग और नक्षत्र की> आज रात 12 बजकर 28 मिनट तक शिव योग रहेगा | शिव का अर्थ होता है शुभ। इस योग में किए गए सभी मंत्र शुभ फल दायक होते हैं। साथ ही आज पूरा दिन पार कर देर रात 1 बजकर 18 मिनट तक पुनर्वसु नक्षत्र रहेगा | पुनर्वसु को सातवां नक्षत्र माना जाता है | इसका अर्थ है – पुन: धनी या सौभाग्यशाली होना | साथ ही इसका संबंध बांस के पेड़ से है और जिस नक्षत्र का संबंध जिस पेड़ से होता है, उस नक्षत्र में जन्में लोगों को उस नक्षत्र से संबंधित पेड़ की उपासना जरूर करनी चाहिए |
आज की ग्रह और नक्षत्र की स्थिति के अनुसार सभी लोग यह उपाय करके लाभ उठा सकते है | आज आप कोई भी उपाय करें आपको अंत में भैरव मंत्र का जाप अवश्य करना है, मंत्र है- ‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ।’
अगर आपके जीवनसाथी को किसी प्रकार की परेशानी बनी हुई है, जिसके कारण आप भी परेशान हैं तो आज आपको सुबह उठकर स्नान के बाद शिव जी की प्रतिमा के आगे आसन बिछाकर बैठना चाहिए और शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए। आज ऐसा करने से आपके जीवनसाथी और आपकी परेशानी का हल निकलेगा।
आप अपने सुख-साधनों में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो आज भैरव जी के आगे मिट्टी के दीपक में सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। साथ ही भैरव जी से अपने सुख-साधनों में बढ़ोतरी के लिये प्रार्थना करनी चाहिए। आज ऐसा करने से आपके सुख-साधनों में बढ़ोतरी होगी।.
अगर आप जीवन में खुशहाली पाना चाहते हैं तो इसके लिये आज आपको किसी नदी या तालाब में स्नान करना चाहिए और उसके बाद पितरों का तर्पण करना चाहिए। अगर आप किसी नदी या तालाब में न जा सकें तो घर पर ही स्नान के पानी में थोड़ा-सा गंगाजल मिलाकर गंगा नदी का ध्यान करते हुए स्नान कर लें और उसके बाद पितरों के निमित्त तर्पण करें। आज ऐसा करने से आपके जीवन में खुशहाली बनी रहेगी।
अगर आप अपने जीवन में स्थिरता बनाये रखना चाहते हैं तो आज आपको सुबह स्नान के बाद भैरव बाबा को काले तिल अर्पित करने चाहिए। साथ ही घंटी बजाकर भैरव मंत्र बोलते हुए भगवान की पूजा करनी चाहिए। आज ऐसा करने से आपके जीवन में स्थिरता बनी रहेगी और आपके काम भी समय रहते पूरे हो जायेंगे।
अगर आप किसी बात को लेकर दुविधा में पड़े हुए हैं और आप उस दुविधा से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं तो आज आप सात बिल्व पत्र लें और उन्हें साफ पानी से धोकर, उन पर चंदन से ‘ऊं’ लिखें। इसके बाद उन बेल पत्रों को शिवलिंग पर चढ़ा दें और हाथ जोड़कर भगवान शिव को प्रणाम करें। इसके बाद भैरव जी का ध्यान करके उनके मंत्र का जाप करें। आज के करने से आपको अपनी दुविधा से निकलने में आसानी होगी, आप जल्द ही कोई अच्छा सॉल्यूशन ढूंढ पायेंगे।
अगर आपको अपने बिजनेस पार्टनर से पूरी तरह सहयोग नहीं मिल पा रहा है, जिससे आपके काम पूरे नहीं हो पा रहे हैं तो आज आपको रोटी में शक्कर मिलाकर उसका चूरमा बनाना चाहिए और उससे भैरव बाबा को भोग लगाना चाहिए। साथ ही भैरव मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र जाप के बाद थोड़ा-सा चूरमा प्रसाद के रूप में स्वयं खा लें और बाकी प्रसाद को दूसरे लोगों में बांट दें। आज ऐसा करने से आपको पार्टनर से सहयोग मिलेगा और आपके काम भी जल्द ही पूरे होंगे।
अगर आप अपने बिजनेस को दूर शहरों या विदेशों में फैलाना चाहते हैं तो उसके लिये आज किसी भैरव मन्दिर में जाकर भैरव जी को सवा सौ ग्राम साबुत उड़द चढ़ाएं और चढ़ाने के बाद उसमें से 11 उड़द के दाने गिनकर अलग निकाल लें और उन्हें एक काले कपड़े में बांधकर अपने कार्यस्थल पर तिजोरी में रख दें। साथ ही ध्यान रखें कि दानों को कपड़े में रखते समय हर दाने के साथ ये मंत्र पढ़ें। आज ऐसा करने से आपका बिजनेस दूर शहरों और विदेशों तक फैलेगा।