जोधपुर के मथानिया के तिंवरी घेवड़ा रोड पर रहने वाले एक मार्बल कारीगर ने राजीव गांधी नहर में कूद कर अपनी जान दे दी। मरने से पहले उसने मोबाइल पर स्टेटस डाला.. अलविदा। स्टेटस देखकर परिवार के लोग तलाश में गए।
3 मई से परिवार ने तलाश की, मगर उसका शव 4 को इंद्रोका नहर में जाली में फंसा मिला। मृतक के भाई ने दो तीन लोगों पर आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित किए जाने अथवा मार कर नहर में डालने का आरोप लगाते हुए थाने में रिपोर्ट दी। हरकत में आई पुलिस ने आस पास एरिया में डॉग स्क्वायड के साथ एफएसएल टीम को भी बुलाया। शव का महात्मा गांधी अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया। शरीर पर जाहिरा कोई चोट के निशान नहीं मिले है। पुलिस की तरफ से अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है।
मथानिया थाने के सबइंस्पेक्टर रामलाल ने बताया कि तिंवरी- घेवड़ा रोड निवासी प्रेमचंद पुत्र बाबूलाल माली की तरफ से रिपोर्ट दी गई। इसमें बताया कि उसका भाई 20 साल का राजेंद्र मतोड़ा में मार्बल का कार्य करता था। 3 मई को वह घर से निकला था। बाद में उसने अपने मोबाइल पर स्टेटस डाला.. अलविदा।
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तब परिवार के लोगों ने उसकी तलाश आरंभ की। इस पर उसकी बाइक, पर्स और मोबाइल राजीव गांधी नहर गीताधाम के पास में मिली। मगर पानी में उसका शव नहीं मिला। पुलिस को सूचना मिलने पर आलाधिकारी वहां पहुंचे। 4 मई की शाम को उसका शव इंद्रोका में जाली में फंसा हुई मिला। पुलिस शव को लेकर जोधपुर के एमजीएच में पहुंची, जहां पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया।
एसआई रामलाल ने बताया कि मृतक राजेंद्र के भाई प्रेमचंद का आरोप है कि इस घटना से एक दिन पहले गांव के रहने वाले छैलसिंह आदि उसके घर पर आए थे। इन लोगों ने उसके भाई राजेंद्र व जगदीश को घर से मोबाइल पर गलत संदेश भेजे जाने की बात की थी। तब राजेंद्र का फोन ये लोग लेकर गए।
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बाद में इसमें आए वीडियो को डिलीट कर दिया गया था। अब आरोप लगाया है कि राजेंद्र को आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित किए जाने के साथ अथवा उसे मार कर नहर में फेंका गया है। मथानिया पुलिस की तरफ से अनुसंधान किया जा रहा है।