कानपुर के बजरिया थानाक्षेत्र में बना सदियों पुराना राधा-कृष्ण का मंदिर जर्जर हालत होने के चलते शनिवार को अचानक भरभरा कर गिर गया। तेज आवाज के साथ मंदिर की इमारत गिरने से मलबे में तब्दील हो गया।
गनीमत यह रही कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। मंदिर की इमारत गिरने की सूचना पर थाना प्रभारी समेत पुलिस बल पहुंच गया और क्षेत्रीय लोगों से पूछताछ की। मंदिर आजादी का पहले का बताया जा रहा है। मंदिर की जर्जर हालत होने की वजह से करीब 40 साल से पूजा अर्चना बन्द कर दी गयी थी।
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बेकनगंज स्थित अजमेरी होटल के बगल में सदियों पुराना राधा-कृष्ण का मंदिर था। आज अचानक मंदिर की इमारत भरभरा कर गिर गई और मलबे में तब्दील हो गयी। इस दौरान क्षेत्र में किसी की जनहानि नहीं हुई है। तेज धमाके के साथ मंदिर ढहने से क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने नगर निगम की टीम को बुलवाकर मलबा हटवाना शुरू कर दिया है।
थाना प्रभारी राम मूर्ति यादव ने बताया कि राधा-कृष्ण मंदिर आजादी के पहले का बना था। मंदिर की जर्जर इमारत को देखते हुए करीब 40 वर्षों से यहां पर पूजा अर्चना बन्द चल रही थी। क्षेत्रीय लोगों ने बताया मंदिर काफी जर्जर हो गया था और प्लाट में पानी भरने से उसकी नींव भी कमजोर हो गयी थी।
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शनिवार को मंदिर की पूरी इमारत आवाज के साथ धराशाई हो गई। उन्होंने बताया कि मंदिर के मालिक नवाबगंज के आजाद नगर निवासी 81 वर्षीय अनिल कुमार गुप्ता है।मंदिर का भवन गिरने की सूचना उन्हें दे दी गयी है। मुस्लिम बाहुल्य इलाके में मंदिर गिरने की घटना को लेकर अगर वह कोई तहरीर देते है तो जांच कराई जाएगी।