नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के मंडौली गांव में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान मां-बेटी की कथित तौर पर आत्मदाह करने के मामले को लेकर आरोप लगाया कि ये बुलडोजर नीति भाजपा सरकार की क्रूरता का चेहरा बन गई है, जिसे भारत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने (Rahul Gandhi) ट्वीट किया, जब सत्ता का घमंड लोगों के जीने का अधिकार छीन ले, उसे तानाशाही कहते हैं। कानपुर की घटना से मन विचलित है। ये बुलडोजर नीति इस सरकार की क्रूरता का चेहरा बन गई है। भारत को ये स्वीकार नहीं।
जब सत्ता का घमंड लोगों के जीने का अधिकार छीन ले, उसे तानाशाही कहते हैं। कानपुर की घटना से मन विचलित है।
ये ‘बुलडोज़र नीति’ इस सरकार की क्रूरता का चेहरा बन गई है। भारत को ये स्वीकार नहीं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 14, 2023
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी सरकार के बुलडोजर पर लगा अमानवीयता का चश्मा इंसानियत के लिए खतरा बन चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ित परिवार के लिए न्याय सुनिश्चित करने के साथ ही दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।
अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान हुई थी घटना
गौरतलब है कि सोमवार शाम कानपुर देहात जिले के रूरा थाना क्षेत्र के मंडौली गांव में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान सोमवार को एक अधेड़ उम्र की महिला और उसकी बेटी ने कथित तौर पर अपनी झोपड़ी में खुद को आग लगा ली, जिससे दोनों की मौत हो गई थी।
उप्र में 37 अपर पुलिस अधीक्षकों को तबादला, जानें किसे कहां मिली नई तैनाती
एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया था कि पीड़ितों की पहचान प्रमिला दीक्षित (45) और उनकी बेटी नेहा दीक्षित (20) के रूप में हुई है, जिन्होंने ‘ग्राम समाज’ भूमि पर अतिक्रमण हटाने के लिए गए पुलिस, जिला प्रशासन और राजस्व टीम के सामने यह घातक कदम उठाया।