जयपुर। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में पहुंच चुकी है। भारत जोड़ो यात्रा का 89वां दिन राजस्थान-मध्य प्रदेश सीमा पर एक ग्रामीण क्षेत्र झालरापाटन में काली तलाई से शुरू हुआ और बाद में शाम को राहुल ने सूरज पोल नाका पर अपनी यात्रा का समापन किया। यहां उन्होंने जमकर आरएसएस और बीजेपी पर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने मंच से बोलते हुए कहा कि बीजेपी और आरएसएस ने देश के जयसियाराम के संबोधन को जय श्रीराम में बदल दिया। क्योंकि ये सीता को पसंद नहीं करते। महिलाओं को पसंद नहीं करते। आरएसएस के लोगों से कहना चाहता हूं राम भगवान की भावना को समझिए। आरएसएस के लोग गांधी जी के हे राम को नहीं कहते। हे राम के मतलब में पूरा दर्शन छिपा है। आरएसएस के लोग जब आप से मिले तो जयसियाराम और हे राम बोलने के लिए कहिए।
BJP-RSS वालों, भगवान राम की भावना से जीवन जीना सीखो। और सुन लो, ‘हे राम’ और ‘जय सियाराम’ तो बोलना ही पड़ेगा। pic.twitter.com/JxCZ8a80mD
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 5, 2022
मध्य प्रदेश में इसको लेकर साधा था निशाना
बता दें कि राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में यात्रा के दौरान भी इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि हमारे जो आरएसएस के मित्र हैं, उनको मैं कहना चाहता हूं कि जय श्री राम जरूर बोलें, लेकिन जय सिया राम और हे राम, तीनों का प्रयोग कीजिए और सीता जी का अपमान मत कीजिए। सीता के बिना भगवान राम का नाम अधूरा है -वो एक ही हैं इसीलिए हम ‘जय सियाराम’ कहते हैं। भगवान राम सीता जी के लिए लड़े। हम जय सिया राम जपते हैं और महिलाओं को सीता का स्वरूप मान उनका आदर करते हैं।
बीजेपी ने किया था पलटवार
राहुल के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया था। यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा था कि राहुल गांधी नाटक मंडी के नेता हैं। वो कोट के ऊपर जनेऊ पहनते हैं। उनको भारत की संस्कृति के बारे में कुछ नहीं पता है। बस गली-गली दौड़ रहे हैं क्योंकि जानता ने इनको नकार दिया है। वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया था, “भगवान श्रीराम के अस्तित्व को नकारने वाली कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी जी को जय श्रीराम न सही, बीजेपी ने जय सियाराम बोलने के लिए विवश कर दिया है, यह भाजपा की वैचारिक विजय और कांग्रेसी विचारधारा की हार है! अभी आपसे जय श्री राधारानी सरकार की और जय श्रीकृष्ण भी कहलवाना है!”