लखनऊ। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को दिनदहाड़े घर में घुसकर बदमाशों ने दिव्यांग को गोली मारकर हत्या (shot to death) कर दी। वारदात से पहले बदमाशों ने युवक की पत्नी और दो बच्चों को बंधक बनाया था। घटना के बाद हत्यारोपी सीसीटीवी कैमरे की डीबीआर मशीन उठा ले गये। वारदात की जानकारी मिलने पर पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर हत्या की जल्द ही खुलासा करने के निर्देश पुलिस को दिए हैं।
कैंट थाना क्षेत्र स्थित निलमत्था में रहने वाले दिव्यांग वीरेन्द्र ठाकुर (42) के घर में बदमाश घुसे। पत्नी और दोनों बच्चों को बगल के कमरे में बंद कर वे लोग वीरेन्द्र के पास पहुंचे। बातचीत के दौरान बदमाशों ने गोली मारकर वीरेन्द्र की हत्या कर दी। दो गोली मारी है। हत्या के बाद बदमाश भाग गये। इधर दिनदहाड़े हुई हत्या से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना पाकर कैंट थाना पुलिस के अलावा फॉरेंसिक व डॉग स्क्वायड टीम मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। इधर घटना की जानकारी पर पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी परिवार से ली।
पूछताछ में पता चला है कि मूलरूप से बिहार के रहने वाले वीरेन्द्र रेलवे में ठेकेदारी का काम करते थे। पैरों से चल नहीं पाते थे तो फोन से ही सारा काम करते थे। उन्होंने दो शादियां की थीं, पहली पत्नी चार साल पहले छोड़ गई थी तो वह दूसरी पत्नी और दो बच्चों के साथ कैंट के निलमत्था में रहते थे। सुरक्षा को लेकर उन्होंने घर में सीसीटीवी कैमरे और तीन गार्ड लगाये थे, जो हत्या के बाद से फरार हैं।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि दो से तीन बदमाश घर में आये और पत्नी व बच्चों को एक कमरे में बंद कर वीरेन्द्र की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आराम से बदमाश भाग निकले। सुरक्षा में तैनात गार्ड जिन्होंने दरवाजा खोला है, वे सब भी फरार हैं। वारदात के बाद बदमाश सीसीटीवी कैमरे में लगने वाली डीबीआर को भी अपने साथ ले गये हैं। गार्डों की भूमिका संदिग्ध है। हत्या की वजह जानने के लिए क्राइम ब्रांच समेत कई पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं।