चंडीगढ़। भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने भारत के पूर्व पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) और बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। पिछले दिनों दोनों पहलवानों ने रेलवे से इस्तीफा दे दिया था। विनेश और बजरंग ने पहलवानी में देश का नाम रोशन करने के बाद सियासत में अपनी किस्तम आजमाने का फैसला किया है। कांग्रेस में शामिल होने के तुरंत बाद पार्टी ने जुलाना से विनेश को हरियाणा विधानसभा चुनाव का टिकट दे दिया जबकि बजरंग पूनिया को अपने किसान विंग में शामिल किया।
इस्तीफा मंजूर होने से विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को बड़ी राहत मिली है। अब उनके चुनाव लड़ने का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है। अगर उनका इस्तीफा मंजूर न होता तो विनेश फोगाट के चुनाव के दंगल में उतरने पर सकंट आ सकता था। कानून कहता है कि अगर कोई शख्स किसी सरकारी पद पर बैठा है और अगर वो चुनाव लड़ना चाहता है तो सबसे पहले उसे इस्तीफा देकर विभाग से एनओसी लेनी पड़ती है।
नामांकन के वक्त एनओसी को भी डॉक्यूमेंट में लगाना पड़ता है तभी रिटर्निंग ऑफिसर आवेदन को स्वीकार करेगा। हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा के चुनाव होने हैं, जिसके लिए नामांकन चल रहे हैं। इसकी आखिरी तारीख 12 सितंबर है, जिससे ठीक पहले विनेश फोगाट के लिए ये राहत की खबर है।
विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को जुलाना से टिकट
कांग्रेस ने विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को उनकी ससुराल जुलाना से टिकट दिया है। जुलाना सीट पर कांग्रेस लंबे समय से जीत का इंतजार कर रही है। कांग्रेस को इस सीट पर आखिरी बार 2005 में जीत मिली थी। पार्टी की गिरती साख को संवारने के लिए पार्टी ने विनेश फोगाट को उम्मीदवार बनाकर बड़ा दांव खेला है। विनेश का मुकाबला मौजूदा जननायक जनता पार्टी (JJP) विधायक अमरजीत ढांडा से होगा।