नई दिल्ली। मानसून की वापसी ने पूरे देश में कोहराम मचा रखा है। एक तरफ जहां दक्षिण भारत में मूसलाधार बारिश हो रही हो तो वही दूसरी ओर उत्तर भारत के पर्वतीय हिस्सों में बर्फबारी ने आम जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। आईएमडी ने देश में बदलते मौसम को लेकर कई राज्यों में अर्लट जारी किया है।
वहीं, केरल में भारी बारिश से बनी बाढ़ की स्थिति और भूस्खलन में मृतकों की संख्या अबतक 26 हो चुकी है। सेना और एनडीआरएफ ने राहत और बचाव कार्य में जुटी है। केरल के कोट्टिकल इलाके में सबसे ज्यादा लोग मारे गए हैं। मृतकों में महिलाएं और बच्चों की संख्या ज्यादा है। इस प्राकृतिक आपदा में अबतक कई लोग घायल हैं और करीब एक दर्जन से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में अबतक सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं। दरअसल, केरल के साथ ही पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और उत्तराखंड में बारिश से हालात बिगड़ सरते हैं। इन राज्यों समेक कई राज्यों में मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
आपस में टकराई छह गाड़ियां, तीन ने मौके पर तोड़ा दम
साथ ही, केरल के राजस्व मंत्री के राजन ने बताया है कि, कोट्टयम जिले में अबतक 12 लोगों के शव बरामद किए गए हैं जबकि इडुक्की जिले में तीन लोगों के शव मिले हैं। उन्होंने बताया कि, अबतक इन जिलों में 5 लोग लापता भी बताए जा रहे हैं। भूस्खलन की घटनाओं से हालात नाजुक बने हुए हैं।
पीएम-गृहमंत्री अमित शाह ने जताई चिंता
केरल में आई इस प्राकृतिक विपदा पर पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शोक व्यक्त किया है और चिंता जताई है। पीएम मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन से फोन पर बात की है और हर संभव सहायता का भरोसा दिया है। इस दौरान, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि, केरल की स्थिति पर नजर रखी जा रही है. केंद्र की तरफ से सहायता में कोई कमी नहीं आएगी।
टाली गईं परीक्षाएं
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया है कि, राज्य में 105 राहत शिविर बनाए गए हैं। जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। राज्य में हायर सेकेंड्री की परीक्षाओं को टाल दिया गया है। नई तारीखों की घोषणा जल्द की जाएगी।
राज्य के 11 जिलों में अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने अरब सागर में बन रहे हवा के कम दबाव के क्षेत्र के मद्देनजर तिरुअनंतपुरम समेत केरल के 11 जिलों में भारी वर्षा की आशंका जताई है। इन जिलों में कोट्टयम और इडुक्की भी शामिल हैं। तेज बारिश से दोनों जिलों में हालात गंभीर हो सकते हैं।