लखनऊ। जमीन की खरीद-फरोस्त को लेकर हुई मारपीट का बदला लेने के लिए तालकटोरा निवासी रंजीत यादव की हत्या करने की नियत से भाड़े के शूटरों से हमला करवाया था। पुलिस ने फायरिंग करने वाले शूटरों समेत आरोपित को गिर तार कर लिया है। आरोपितों के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल किया गया असलहा, कारतूस और मोटरसाइकिल बरामद की है।
थाना प्रभारी तालकटोरा ने बताया कि फरवरी 2020 को रंजीत यादव का जमीन की खरीद-फरोस्त को लेकर पंकज सिंह से विवाद हुआ था। नौबत मारपीट तक पहुंच गई थी। रंजीत ने पंकज की पिटाई कर दी थी। तभी से पंकज ने बदला लेने की ठान ली थी। इस बीच कचहरी में पंकज की मुलाकार मोतीझील कालोनी बाजारखाला निवासी अभिषेक उर्फ प्रदीप और सेक्टर-6 बी वृंदावन योजना पीजीआई निवासी अमन सिंह थापा से हुई थी।
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दोनों खर्चा-पानी देते रहने पर रंजीत की हत्या करने को तैयार हो गए थे। पंकज ने अभिषेक और अमन को 20-20 हजार रुपये दिए थे। 10 दिस बर को पंकज ने दोनों शूटरों को रंजीत सिंह का घर और गाड़ी दिखाई थी। 15 दिस बर को शूटर रंजीत के घर के आस-पास घूमते रहे, लेकिन मौका न मिलने के कारण उन्होंने फायर नहीं किया था।
ब रंजीत की गाड़ी एमआईएस चौराह क्रास करके फल-जूस की दुकान के आगे पहुंची तो गाडी रोककर रंजीत ने बाइक सवारों से पीछा क्यों करने के लिए पूछा था। इसी दौरान अभिषेक सिंह ने देशी तमंचे से तीन राउण्ड फायर झोंक दिए थे। हालांकि हमले में रंजीत बाल-बाल बच गए थे। शूटर आलमबाग होते हुए हरदोई भाग निकले थे। शूटरों ने अपना मोबाइल फोन स्वीच ऑफ कर लिया था। उन्हें जानकारी हुई कि रंजीत सिंह ने तालकटोरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
इस पर उन्होंने दुबारा रंजीत की हत्या करने का कुचक्र रच डाला था। रविवार रात्रि शूटर रंजीत की हत्या करने की नियत से डी-ब्लाक टूटी दीवार के पास गाढ़ा लगाये थे। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर तालकटोरा पुलिस ने आरोपितों को दबोच लिया। आरोपितों के खिलाफ अन्य धाराओं की वृद्घी कर केस दर्ज किया गया है।