नई दिल्ली। राजस्थान में सियासी संकट बरकारार है। इस बीच आरोप-प्रत्यारोप भी जारी है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने रविवार को कहा कि भाजपा ने राजस्थान राजनीतिक संकट के मामले में “क्लीन चिट” और “सच्चाई को नाकाम” करने के लिए फोन टैपिंग के मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच की मांग की है।
उन्होंने अने ट्वीट में कहा कि राजस्थान में कांग्रेस विधायकों को अपने पक्ष में करने के लिए हॉर्स ट्रेडिंग और केंद्रीय मंत्री पर गंभीर आरोप लगे हैं। पुलिस पूछताछ, एफआईआर और सीआरएल की प्रक्रिया जारी है। सीआरएल प्रक्रिया पूरी होने से बचने के लिए बीजेपी ने सुविधापूर्वक सीबीआई जांच की मांग की।’
बता दें कि सूत्रों ने यह जानकारी दी है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजस्थान के मुख्य सचिव से राज्य में फोन-टैपिंग मुद्दे पर एक रिपोर्ट मांगी है।
Serious allegations of horse trading &toppling re various #Raj MLAs incl Central Minister. Police inquiry, FIR & Crl process on. To avoid completion of Crl process, #BJP conveniently demands #CBI. #MHA immly steps in. Wl hand over 2CBI to give clean chit & thwart truth!
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) July 19, 2020
इससे पहले शनिवार को, बीजेपी ने राजस्थान राजनीतिक संकट के संबंध में फोन टैपिंग के मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी और कांग्रेस द्वारा फोन टैपिंग में लिप्त होने पर कई सवाल उठाए गए थे।
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हम इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हैं, चाहे फोन टैपिंग हुई हो या एसओपी का पालन किया गया हो। क्या राजस्थान में आपातकालीन स्थिति है? क्या सभी राजनीतिक दलों को इस तरह से निशाना बनाया जा रहा है?
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को जवाब देना चाहिए कि क्या मुख्यमंत्री भी फोन टैपिंग में लिप्त हैं? कांग्रेस के अन्य नेता कह रहे हैं कि ऑडियो प्रामाणिक है, जबकि एफआईआर में इसे कथित रूप से उल्लिखित किया गया है”।
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता महेश जोशी द्वारा शुक्रवार को राजस्थान सरकार को गिराने की कथित साजिश पर ऑडियो क्लिप से संबंधित दो प्राथमिकी दर्ज कराई गई हैं।