कर्नाटक। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) इस वक्त कर्नाटक के दो दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने इस दौरान यहां शुक्रवार को कारवार नेवल बेस पर भारतीय नौसेना के साथ योग सेशन (Yog Session) में हिस्सा लिया है। योग को लेकर दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोगों तक संदेश पहुंचाने के लिए मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Day of Yoga) के 8वें संस्करण को कई कार्यक्रमों के माध्यम से बढ़ावा दे रहा है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस वैसे तो हर साल 21 जून को मनाया जाता है, लेकिन इसके संदेश को दुनिया तक पहुंचाने के लिए कार्यक्रम पहले से आयोजित होने लगते हैं।
इससे पहले योग दिवस के 100 दिन के काउंटडाउन के तहत 13 मार्च को कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। जबकि 75 दिन के काउंटडाउन पर दिल्ली के लाल किले पर कार्यक्रम आयोजित हुआ था। इससे पहले राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने गुरुवार की रात कारवार में भारतीय नौसेना के कर्मियों और उनके परिवारों से बातचीत की थी।
उन्होंने एक ट्वीट में लिखा है, ‘भारतीय नौसेना के कर्मियों और उनके परिवारों से कारवार में कर्नाटक के नेवल बेस पर मुलाकात कर खुशी हो रही है। हमारे देश के रक्षा कर्मी पूरी लगन के साथ देश की सेवा कर रहे हैं और अपना समर्थन और ताकत देकर देश की रक्षा कर रहे हैं।’
Morning Yoga on Karnataka Naval Area Beach, Karwar. pic.twitter.com/x4szLYeDzo
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 27, 2022
आज विश्व हमारी सुनता है : राजनाथ (Rajnath Singh)
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने गुरुवार को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और सशस्त्र बलों के योगदान ने भारत के प्रति दुनिया के नजरिए को बदल दिया है। सिंह यहां उत्तर कन्नड़ जिले में नौसैनिक अड्डे पर भारतीय नौसेना के कर्मियों से बातचीत करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर आए हैं।
कारवार नौसैनिक बेस पर नौसेना के अधिकारियों, कर्मियों और उनके परिजनों को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, ‘दुनिया में भारत के प्रति नजरिया बदल रहा है। पहले भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर गंभीरता से नहीं लिया जाता था। आज विश्व हमारी सुनता है।’
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उन्होंने कहा, ‘यह आपके योगदान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के कारण है कि दुनिया हमें सुनती है।’ रक्षा मंत्री ने अपनी बात पर बल देने के लिए कहा कि उनकी अमेरिका यात्रा के दौरान हिंद-प्रशांत कमान के प्रमुख जॉन एकिलीनो ने भारत के साथ जुड़ने और वहां भारत के एक प्रतिनिधि को नियुक्त करने की इच्छा जाहिर की है।