• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

भद्रा मुहूर्त में नहीं बांधी जाती है राखी, जाने इसके पीछे का कारण

Writer D by Writer D
05/08/2022
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
Raksha Bandhan

Raksha Bandhan

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

रक्षाबंधन (Rakshabandhan) का त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक होता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई में रक्षा सूत्र यानी राखी (Rakhi) बांधती हैं और अपने भाई की लंबी उम्र की प्रार्थना करती हैं. वहीं भाई बहन की रक्षा का वचन देता है.

रक्षाबंधन का त्योहार हर साल सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल रक्षाबंधन  (Rakshabandhan)11 अगस्त दिन गुरुवार को पड़ रहा है. हिंदू धर्म में रक्षाबंधन  (Rakshabandhan) का विशेष महत्व है. हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में ही भाइयों के कलाई में राखी बांधनी चाहिए. भद्रा मुहूर्त ने कभी भी राखी नहीं बांधनी चाहिए. आइए जानते हैं पंडित इंद्रमणि घनस्याल से कि क्यों भद्रा मुहूर्त में राखी नहीं बांधनी चाहिए?

जानिए शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल 11 अगस्त, गुरुवार के दिन रक्षाबंधन मनाया जाएगा. इस दिन पूर्णिमा तिथि सुबह 10 बजकर 38 मिनट से प्रारंभ होगी और 12 अगस्त शुक्रवार सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक रहेगी.

भद्रा मुहूर्त

पंचांग के अनुसार भद्रा पुंछ- शाम 5 बजकर 17 मिनट से 6 बजकर 18 मिनट तक रहेगा. भद्रा मुख- शाम 6 बजकर 18 मिनट से 8 बजे तक रहेगा और भद्रा समाप्ति- रात 8 बजकर 51 मिनट पर रहेगा.

जानिए क्यों भद्रा मुहूर्त में नहीं बांधनी चाहिए राखी (Rakhi) 

हिंदू मान्यता के अनुसार भद्रा काल में शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं, इसलिए भद्रा काल के समय राखी बंधवाना अच्छा नहीं माना जाता है. हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि भद्रा काल में किए गए कार्य अशुभ होते हैं और उनका परिणाम भी अशुभ होता है, इसलिए भद्रा काल के समय कभी भी भाइयों को राखी नहीं बांधनी चाहिए.

इसके पीछे पौराणिक कथा है. इस कथा के अनुसार रावण ने अपनी बहन से भद्रा काल में ही राखी बंधवाई थी, जिसका परिणाम रावण को भुगतना पड़ा. रावण की पूरी लंका का विनाश हो गया. तब से लेकर आज तक कभी भी भद्रा मुहूर्त में राखी नहीं बांधवाई जाती है.

Tags: rakhirakshabandhanRakshabandhan 2022Rakshabandhan DateRakshabandhan importanceRakshabandhan muhurtRakshabandhan significance
Previous Post

कब रखा जाएगा वर लक्षमी व्रत, जानें पूजा का महत्व

Next Post

यूपी में आज से बिजली के नए रेट लागू, अब कम आएगा आपके घर का बिल

Writer D

Writer D

Related Posts

AK Sharma
Main Slider

विकास का हर कार्य जनता की सुविधा और सम्मान के लिए समर्पित है: एके शर्मा

01/11/2025
CM Dhami
राजनीति

राज्य स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री का मिलेगा मार्गदर्शन- मुख्यमंत्री

01/11/2025
CM Dhami reached among the disaster-affected families
Main Slider

इगास पर्व पर रुद्रप्रयाग के आपदा प्रभावित परिवारों के बीच पहुँचे मुख्यमंत्री

01/11/2025
CM Yogi
Main Slider

दुनिया की बड़ी ताकत के रूप में एहसास करा रहा भारत : मुख्यमंत्री

01/11/2025
PM Modi inaugurated the Shanti Shikhar Bhawan of Brahma Kumaris
Main Slider

शांति शिखर सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मकता और आत्मबल जगाने का प्रतीक: पीएम

01/11/2025
Next Post
Electricity

यूपी में आज से बिजली के नए रेट लागू, अब कम आएगा आपके घर का बिल

यह भी पढ़ें

Bada Mangal

कब है दूसरा बड़ा मंगल, जानें इसका महत्व

15/05/2025
Woman killed her husband with her lover

ओरैया की ‘मुस्कान’ ने कराया पति का कत्ल, प्रेमी के साथ मिलकर रची थी साजिश

25/03/2025
farmer protest

किसान नेताओं ने ठुकराया सरकार का प्रस्ताव, आंदोलन रहेगा जारी

10/12/2020
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version