लाइफस्टाइल डेस्क। अयोध्या में राम मंदिर बनने का सपना अब साकार हो रहा है। पूरे देश खुशी की लहर है और हर कोई जल्दी से जल्दी रामलला के दर्शन करना चाहता है। मुहूर्त में होने वाले भूमि पूजन के लिए भगवान राम के बाल रुप को हरे रंग के वस्त्र पहनाए गए हैं। जिसे नौ रत्नों से सजाया गया है। भगवान राम के लिए भूमि पूजन के दिन के अलावा अन्य दिनों के लिए भी नई पोशाक सिली गई थीं। सोमवार से शुरू हुए अनुष्ठान में रामलला अलग रंग की पोशाक पहन चुके हैं।
बुधवार के दिन होने वाले भूमि पूजन के लिए हरे रंग के वस्त्र को भगवान के लिए सिला गया है। मखमल यानी वेलवेट के कपड़े पर नौ रत्नों को सोने के तारों से जड़ा गया है। नौ रत्नों का इस्तेमाल सभी नौ ग्रहों की शांति के लिए किया गया है। दिन के अनुसार हर दिन के लिए अलग रंगों की व्यवस्था की गई है। साथ ही भूमि पूजन के बाद रामलला को केसरिया रंग के वस्त्र पहनाए जाएंगे।
इन वस्त्रों को राम मंदिर के मुख्य पुजारी को रविवार को ही सौंप दिया गया था। आज की पूजा के लिए तैयार हो चुके रामलला ने हरे वस्त्र को धारण कर लिए हैं। भगवान राम के लिए पोशाक सिलने का काम कई पीढियों से भागवत प्रसाद और शंकर लाल कर रहे हैं। शंकर लाल ने बताया कि उनके पिता स्थान पर जाकर भगवान राम के लिए पोशाक की सिलाई करते थे।
भूमि पूजन के खास अवसर पर केवल भगवान राम ही नहीं बल्कि लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और रामभक्त हनुमान को भी नए वस्त्रों से सजाया गया है। वैसे भूमि पूजन के लिए सोमवार से ही अनुष्ठान की शुरूआत हो गई थी। इसलिए दिन के अनुसार भगवान राम को पोशाक पहनाई गई। सोमवार के दिन सफेद रंग और मंगलवार के दिन लाल रंग के कपड़ों में भगवान राम तैयार हो चुके हैं। आज बुधवार है इसलिए हरे रंग के वस्त्रों में उन्हें सजाया गया है।