विश्व हिंदू परिषद (विहिप) का कहना है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण देश को एकजुट करने का उपक्रम है । मंदिर देश की अस्मिता का प्रतीक है ।
विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री अंबरिश सिंह ने रविवार को विहिप काशी प्रांत के 19 जिलों के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक के दूसरे और अंतिम दिन कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया राष्ट्र को जोड़ने का उपक्रम है। नर को नारायण से जोड़ने का, लोग आस्था से जुड़ने का, वर्तमान को अतीत से जोड़ने का स्व को संस्कार से जोड़ने का एक तरीका और प्रतीक है ।
उन्होने कहा कि देशभर के लोगों के सहयोग से राम मंदिर निर्माण का पुण्य कार्य प्रारंभ हुआ है। यह मानवता को प्रेरणा देता रहेगा और श्रीराम के आदर्शों के साथ भारत आगे बढ़ता रहेगा। जन्मभूमि आंदोलन काल खंड में संगठन के जिन उद्देश्यों पर कार्य हमारा शिथिल रहा है उन कार्यों में गति प्रदान करनी होगी वह चाहे गोरक्षा का विषय हो, सामाजिक समरसता , धर्मांतरण एवं घर वापसी हो । इसके लिए हिंदू समाज से संगठन का जुड़ाव एवं आत्मीय संबंध स्थापित करने की आवश्यकता है।
श्री सिंह ने कहा कि संगठन के प्रयास से पूज्य संतों की यात्राएं एवं स्थान स्थान पर कथाएं और सत्संग के माध्यम से हिंदू समाज से संबंध स्थापित होगा। संगठन के प्रयास से कन्या पूजन, राम उत्सव, सीता नवमी के कार्यक्रम मोहल्ले स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। हिंदू जीवन मूल्यों की पुनर प्रतिष्ठा एवं आगे आने वाली पीढ़ियों में हिंदू संस्कृति का प्रवाह एवं संस्कार युक्त हो इसके लिए कथाएं और संतों की यात्रा निकाली जाएगी।
रामसनेही घाट में होगी रामायण संग्रहालय व सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना
श्री सिंह ने कहा कि धर्मांतरण पर पूर्ण रूप से रोक लगनी चाहिए। इस दिशा में विहिप कार्यकर्ता जुट जाएं। सामाजिक समरसता के लिए संगठन की सबसे निचली इकाई तक कार्य होने चाहिए। लव जेहाद रुके इसकी कार्य योजना तैयार हो। इसका विचार हम सभी कार्यकर्ताओं को करना है। लव जिहाद पर रोक लगे इसके लिए घर-घर सीता नवमी के कार्यक्रम होंगे और सीता के चरित्र का वर्णन किया जाएगा। हिंदू समाज के समक्ष खड़ी चुनौतियों से मुकाबला के लिए स्थान स्थान पर सत्संग का आयोजन होगा।
दूसरे सत्र में प्रांत संगठन मंत्री मुकेश कुमार ने कहा कि प्रत्येक जिले में कार्यकर्ताओं को कृषक गोष्ठी करनी होगी जिसमें किसानों को एकत्रित कर गौ माता के संरक्षण के लिए उनसे होने वाले लाभ चर्चा करनी होगी। अर्चक पुरोहितों से संबंध स्थापित कर स्थान स्थान पर भगवान सत्यनारायण की कथा का आयोजन संगठन के माध्यम से हो ’दुर्गावाहिनी, बजरंग दल एवं परिषद शिक्षा वर्ग’ में कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित कर हिंदू समाज को एकत्रित करने एवं जागरण के कार्य में लगाया जाएगा।
CM तीरथ की कोरोना रिपोर्ट आई निगेटिव, पार्टी में छाई खुशी की लहर
श्री कुमार ने कहा कि संगठन के कुछ दायित्वों में परिवर्तन किया गया संगठन को गतिशील बनाने के लिए यह एक सतत प्रक्रिया है। बैठक में प्रमुख रूप से प्रांत अध्यक्ष शिव नारायण सिंह,उपाध्यक्ष विमल प्रकाश, मोहनलाल पटेल, सुरेश अग्रवाल, सुनील सिंह,सत्येंद्र शुक्ला, चंद्र निधान और अश्वनी मिश्र आदि उपस्थित थे।