• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

जीआई की रेस में रमचौरा का केला भी

Writer D by Writer D
29/08/2023
in उत्तर प्रदेश, गोरखपुर
0
Banana

Banana

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

लखनऊ। गोरखपुर से करीब 35 किलोमीटर उत्तर सोनौली रोड पर कैंपियरगंज से पहले एक जगह है,”रमचौरा”। कभी यहां के कच्चे केले (Banana) की दूर-दूर तक धूम थी। एक फंगस के कारण यहां की इस स्थानीय प्रजाति का रकबा सिमटता गया था। पर, अब योगी सरकार जीआई के जरिए इसे पुनर्जीवन देने में लगी है। एक्सपर्ट्स भी इसे जीआई की रेस में बता रहे हैं।

करीब तीन दशक पहले पीसी चौधरी गोरखपुर में नाबार्ड के प्रबंधक हुआ करते थे। वह कहते थे कि मेरी दिली इच्छा है कि कोई उद्योगपति इस क्षेत्र में बहुपयोगी केले (Banana) के प्रसंस्करण का एक प्लांट लगाए। इस क्षेत्र में इसकी बहुत संभावना है। तब गोरखपुर और महराजगंज में केले का पर्याय कैंपियरगंज से लगे रमचौरा का केला (Banana) ही हुआ करता था। सब्जी के लिए इस कच्चे केले की खासी मांग थी। यह सटे हुए जिलों के अलावा नेपाल और बिहार तक जाता था। वाराणसी के आढ़ती यहां फसली सीजन के पहले ही डेरा डाल देते थे। फसल देखकर खेत का ही सौदा हो जाता था। खेत से ही माल उठ जाता था।

केले (Banana) की पकौड़ी के लिए मीनागंज में लगती थी लाइन

रमचौरा से ही लगे एक जगह थी मीनागंज। वहां इसी केले (Banana) की पकौड़ी मिलती थी। साथ में खास चटनी भी। इस चटनी की खासियत यह थी कि यह कुनरू (परवल जैसी दिखने वाली सब्जी), पंचफोरन, बिना छिले लहसुन, हरी मिर्च और सेंधा नमक को कूटकर बनाई जाती थी। इसे खाने के लिए सड़क के दोनों किनारों पर चार और दो पहिया वाहनों की कतार लगी रहती थी।

कृषि विज्ञान केंद्र बेलीपार के सब्जी वैज्ञानिक डॉक्टर एसपी सिंह के अनुसार दरअसल एकल खेती से यहां की मिट्टी में बिल्ट नामक फंगस आ गया। चूंकि पूर्वांचल की आबादी और जोत छोटे हैं। लिहाजा दूसरे खेत में खेती का विकल्प नहीं था। इसलिए धीरे-धीरे इसका रकबा घटता गया।

कल से आगाज होगा Asia Cup का महामुकाबला, पाकिस्तान के साथ होगी इस टीम की भिड़ंत

एक प्रमुख अखबार के प्रतिनिधि और स्थानीय निवासी 62 वर्षीय अनिरुद्ध लाल बताते हैं कि यहां केले (Banana)  की खेती का रकबा सिमटकर 25 फीसद पर आ गया। अगल-बगल के कुछ गावों में इसकी खेती होती है। अब जो करते हैं उनको मंडी तक माल खुद पहुंचना पड़ता है। वह बताते हैं को रमचौरा के केले का इतिहास पौने दो सौ साल पुराना है। मगहर से 1840 में यहां आए कुछ परिवार अपने साथ केले की पुत्ती भी लाए थे। जमीन और जलवायु फसल के अनुकूल निकली। उत्पादन और गुणवत्ता के कारण माल की मांग भी थी। लिहाजा इसकी खेती का विस्तार होता गया। पर, रोग इसके लिए ग्रहण बन कर आया और इसकी खेती सिमटती गई।

जाने माने जीआई विशेषज्ञ पद्मश्री डॉक्टर रजनीकांत कहते हैं कि अगर किसी उत्पाद का इतिहास पुराना है, लोग उस उत्पाद को उस जगह के नाम से जानते हैं तो उसे जीआई टैगिंग मिलने की संभावना बढ़ जाती है। रमचौरा का केला इन मानकों पर फिट बैठता है। अन्य उत्पादों की तरह यह आने वाले समय का संभावित जी आई उत्पाद है। इस पर काम भी शुरू हो चुका है।

Tags: gorakhpur newsramchaura bananaup news
Previous Post

कल से आगाज होगा Asia Cup का महामुकाबला, पाकिस्तान के साथ होगी इस टीम की भिड़ंत

Next Post

एक ही परिवार से चार बार मुख्यमंत्री बने, फिर भी प्रदेश का विकास नहीं किया: एके शर्मा

Writer D

Writer D

Related Posts

Bomb information in Utsarg Express
उत्तर प्रदेश

फर्रुखाबाद से छपरा जा रही उत्सर्ग एक्सप्रेस में बम की सूचना, मचा हड़कंप

09/05/2025
World Bank President Ajay Banga met CM Yogi
उत्तर प्रदेश

सीएम योगी से विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने की शिष्टाचार भेंट

09/05/2025
CM Yogi
उत्तर प्रदेश

पाकिस्तान अब अपने वजूद के लिए संघर्ष करता दिखाई देगा : योगी आदित्यनाथ

09/05/2025
Yashwant Verma
उत्तर प्रदेश

जस्टिस वर्मा ने इस्तीफा देने से किया इंकार, CJI ने प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति को भेजा पत्र

09/05/2025
Shubham Dwivedi
Main Slider

Operation Sindoor: शुभम द्विवेदी के पिता ने सेना को किया सलाम, पीएम मोदी को कहा Thank You

07/05/2025
Next Post
AK Sharma

एक ही परिवार से चार बार मुख्यमंत्री बने, फिर भी प्रदेश का विकास नहीं किया: एके शर्मा

यह भी पढ़ें

Hotel

इस राज्य में रात 10 बजे तक खुले रहेंगे होटल व रेस्टोरेंट, मंदिर रहेंगे बंद

11/08/2021
Drinking Water

ज्यादा पानी पीना हो सकता है खतरनाक, शरीर के इन अंगों को हो सकता है बड़ा नुकसान

08/01/2022
terrorist killed

अनंतनाग में मुठभेड़ में चार आतंकी ढेर, सर्च ऑपरेशन जारी

24/02/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version