हिंदू धर्म में कई फूल-पौधे देवी-देवताओं को विशेष रूप से प्रिय होते हैं। इन्हीं में से एक है अपराजिता (Aparajita) फूल। अपराजिता के फूल का इस्तेमाल कई ज्योतिषीय उपायों में भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि अपराजिता का फूल भगवान विष्णु के साथ-साथ शनिदेव और भोलेनाथ को भी बहुत प्रिय है। अगर आप अपने जीवन में आर्थिक तंगी से परेशान हैं या मनचाही मनोकामना पूरी कराना चाहते हैं, तो आप अपराजिता (Aparajita) के फूल के आसान उपायों को कर सकते हैं। इन उपायों को करने से घर में सुख-शांति आती है और आर्थिक तंगी से दूर हो जाती है। आइए जानते हैं अपराजिता के फूल के टोटके।
अपराजिता (Aparajita) के फूल का क्या महत्व है?
हिंदू धर्म में अपराजिता (Aparajita) के फूल को इंद्र की बगिया से लाया गया माना जाता है, इसलिए अपराजिता के फूल पूजा में खास महत्व रखते हैं। अपराजिता के फूल को विष्णुकांता फूल भी कहते हैं। अपराजिता का फूल भगवान शिव, भगवान विष्णु, देवी दुर्गा शनि देव और हनुमान जी को चढ़ाया जाता है।
– भगवान शिव को अपराजिता का फूल चढ़ाने से वे प्रसन्न होते हैं।
– भगवान विष्णु को अपराजिता का फूल चढ़ाने से धन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
– भगवान हनुमान जी को अपराजिता का फूल चढ़ाने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
– भगवान शनि देव को अपराजिता का फूल चढ़ाने से सारी परेशानियां दूर होती हैं।
– देवी दुर्गा को अपराजिता का फूल चढ़ाने से मनोवांछित फल का प्राप्ति होती हैं।
अपराजिता (Aparajita) के फूल के टोटके
>> आर्थिक तंगी से मुक्ति पाने के लिए शनिवार के दिन तीन अपराजिता के फूलों को जल में प्रवाहित करें।
>> मंगलवार के दिन हनुमान जी को अपराजिता का फूल चढ़ाने से धन की समस्या दूर होती है।
>> नहाने के पानी में पांच अपराजिता के फूल डालकर नहाने से भाग्य चमकता है और धन आगमन के रास्ते खुलते हैं।
>> अपने घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए किसी बर्तन में अपराजिता के फूल को ईशान कोण में रखना चाहिए।
>> तिजोरी में चार से पांच अपराजिता के फूल रखने से तिजोरी हमेशा भरी रहती है और कभी पैसों की कमी नहीं होती है।
>> घर में श्री यंत्र स्थापित है, तो उसके आसपास अपराजिता के फूल रखें। ऐसा करने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं।
>> सोमवार का व्रत रखकर शिवलिंग की पूजा करें और उसपर अपराजिता के फूल अर्पित करें। इससे मनचाहा वरदान मिलता है।
>> मनचाही नौकरी पाने के लिए पांच अपराजिता के फूल और पांच फिटकरी के टुकड़े हाथ में लेकर अपने ईष्ट देव से सफलता की प्रार्थना करें।